#BhismaTank: क्यों दुनिया के सबसे ख़तरनाक टैंकों में से एक है भीष्म

#RepublicDay: भारत में ने अपना भीष्म टी-90 टैंक इस तरह से विकसित कर लिया है कि वो अब दुनिया के सबसे ख़तरनाक टैंकों में से एक हो गया है। ये ना सिर्फ जमीन पर चल सकता है। बल्कि ये पानी में भी आगे बढ़ता रहता है। शुरूआत में जरूर इसे रूस से लिया गया। लेकिन बाद में भारत ने अब खुद ही बनाना शुरू कर दिया। ये लेज़र गाइडेड मिसाइल भी फायर कर सकता है।

नई तरह की लड़ाइयों के लिए तैयार किया गया ये टैंक फिलहाल चीन के साथ लगती हुई सीमाओं पर तैनात किया गया है। दुनिया के इस टैंक से दुश्मन खौफ इसलिए खता है क्योंकि ये  60 सेकंड में 8 गोले फायर करता है, जोकि एक पूरे इलाके को एक मिनट से भी कम समय में तबाह कर सकता है। इस टैंक पर 125 Mm की मेन गन लगी हुई है। जिसका निशाना चुकता नहीं है। साथ ही इसमें लेज़र गाइडेड मिसाइल सिस्टम भी लगा है। जोकि अचूक निशाने के साथ 6 Km दूर तक मार सकता है।

अगर दुश्मनों ने बंकर बना लिए हैं तो ये उन बंकरों को तबाह करने के लिए बहुत ही कारगर है। चुंकि इसकी रफ्तार बहुत तेज़ है। ये 72 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से आगे बढ़ता है। लिहाजा ये अलग अलग स्थानों पर तेज मूवमेंट के साथ दुश्मनों को तबाह करने की क्षमता रखता है। ये टैंक दिन और रात में दुश्मन से लड़ सकता है। साथ ही ये मिसाइल हमलों से भी बच सकता है। चूंकि इसमें मिसाइल हमले को रोकने वाला कवच लगा हुआ है। ऐसी लड़ाइयां जहां दुश्मन जमकर बैठ गया हो, उन्हें भगाने के लिए भीष्म एक जबरदस्त हथियार है। इसी वजह से इसे चीन के साथ लगी सीमाओं पर तैनात किया गया है।

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