#ViolenceInBengal: पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनावों से पहले ही बमबाजी शुरू हो गई है। चुनावों में हिंसा बंगाल के चुनावों में आम बात है, लेकिन कल देर रात राज्य के श्रम राज्य मंत्री जाकिर हुसैन पर ही बम से हमला हो गया। इस हमले में वो बच तो गए हैं। लेकिन इससे पश्चिम बंगाल में सुरक्षा व्यवस्था पर एक बार फिर सवाल खड़े हो गए हैं। राज्य में जब मंत्री ही सुरक्षित नहीं है तो आम लोगों का क्या होगा।
हाल ही में वहां भाजपा नेता पर बम और गोलियों से हमला किया गया था। राजनैतिक विरोधियों के बीच हिंसा की ख़बरें लगातार आती रहती हैं। बुधवार की देर रात कोलकाता लौटते समय मुर्शिदाबाद के निमतिता स्टेशन के पास बंगाल के श्रम राज्यमंत्री जाकिर हुसैन पर बमों से हमला किया गया। गंभीर रूप से घायल हुसैन को कोलकाता के SSKM अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उनकी हालात स्थिर है। उनके पांव- हाथ और शरीर के अन्य हिस्से में जख्म है। इस घटना में मंत्री समेत 22 लोग जख्मी हैं। उनमें से कुछ को जंगीपुर अस्पताल में भर्ती कराया गया है। मुर्शिदाबाद मेडिकल कॉलेज के मुताबिक मंत्री हुसैन स्थिर और खतरे से बाहर है।
दरअसल जाकिर हुसैन और पशु तस्करों के बीच में विवाद चल रहा है। हुसैन ने पशु तस्करों के खिलाफ राज्य सरकार से लिखित शिकायत की थी। इसके बाद से ही कुछ दंबग तस्करों के साथ उनका विवाद चल रहा था। वो लंबे समय से इन तस्तरों के टारगेट पर थे। कुछ दिन पहले ही जाकिर हुसैन ने रघुनाथगंज थाने में शिकायत दर्ज कराई थी कि उन पर हमला हो सकता है। घायल जाकिर हुसैन को रात में जंगीपुर अस्पताल से कोलकाता रेफर कर दिया गया। जिले के तृणमूल अध्यक्ष अबू ताहेर ने कहा कि जल्द से जल्द हमलावर की गिरफ्तारी हो। उनकी एसपी से बात हुई है।
जिस समय मंत्री ट्रेन पकड़ने स्टेशन जा रहे थे। अपनी गाड़ी को छोड़कर जब वह प्लेटफार्म की ओर ट्रेन पकड़ने के लिए चल रहे थे, उनके साथ उनके कई समर्थक व सहयोगी भी थे जो जाकिर हुसैन जिंदाबाद के नारे लगा रहे थे। उसी समय अचानक उन पर बम फेंका गया। इसके बाद वहां चीख-पुकार मच गई। हमला किसने और क्यों किया, इसकी पुलिस जांच कर रही है। घटनास्थल के आस-पास लगे क्लोज सर्किट टीवी कैमरों से बदमाशों की शिनाख्त करने की कोशिश की जा रही है।