#Vaccination: वैक्सीनेशन के दूसरे चरण में सरकार ने अब निजी अस्पतालों को शामिल कर लिया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खुद टीका लगवाने और बाकी मंत्रियों के भी टीकाकरण के बाद अब वैक्सीनेशन में खासी तेजी आ गई है। दो दिन के भीतर ही टीका लगवाने के लिए को-विन पोर्टल पर 50 लाख से अधिक लोगों ने रजिस्ट्रेशन करा लिया है।
सोमवार से शुरू हुए दूसरे चरण में 60 साल से ज्यादा और गंभीर बीमारियों से ग्रस्त 45 से अधिक उम्र के लोगों को कोरोना वैक्सीन लगाया जा रहा है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने मंगलवार रात जारी बयान में कहा कि सभी निजी अस्पतालों को कोरोना टीकाकरण केंद्र के रूप में काम करने की अनुमति दे दी गई है, हालांकि उनके पास टीका लगाने वाले पर्याप्त कर्मचारी, लाभार्थियों को निगरानी में रखने के लिए समुचित व्यवस्था, कोल्ड चेन, और टीका लगाने के बाद प्रतिकूल प्रभाव वाले लोगों के इलाज की पर्याप्त व्यवस्था जरूरी होनी चाहिए।
मंत्रालय ने राज्य और केंद्र सरकारों से टीकाकरण अभियान में सरकार के पैनल में शामिल और निर्धारित मानदंडों का पालन करने वाले निजी अस्पतालों की क्षमता का अधिकतम उपयोग करने को कहा है। इन योजनाओं में आयुष्मान भारत-प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (एबी-पीएमजेएवाई), केंद्रीय सरकार स्वास्थ्य योजना (सीजीएचएस) और राज्य स्वास्थ्य बीमा योजना शामिल हैं। अभी तक टीकाकरण अभियान में 26,000-27,000 अस्पताल शामिल हैं, जिनमें 12,500 निजी क्षेत्र के अस्पताल हैं। वैक्सीनेशन के पहले चरण में लक्ष्य पूरा नहीं करने के बाद सरकार ने ये कदम उठाया है।