#AmitabhBacchan: “दृष्टिहीन हूं पर दिशाहीन नहीं मैं” आंख की सर्जरी पर बच्चन ने लिखा

#MegaStar Amitabh Bacchan: सदी के महानायक अमिताभ बच्चन ने अपनी आंखों की सर्जरी के बाद एक बड़ा ही प्रेरक मैसेज सोशल मीडिया पर लिखा है। उन्होंने कविता के रूप में लिखा है कि “हूँ दृष्टि हीन ,पर दिशा हीन नहीं मैं, हूँ सुविधा हीन, असुविधा हीन नहीं मैं । सहलाने वालों की , मृदु है संगत , बहलाने वाले सब , यहाँ सुसज्जित । स्वस्थ रहने का प्यार मिला ; हृदय प्रफुल्लित आभार खिला ; कुछ क्षण के लिए हूँ मैं समय बद्ध , प्रार्थनाओं के लिए हूँ मैं करबद्ध”

कुछ दिन पहले ही अमिताभ बच्चन ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर एक ओर कविता की पक्तियों की तरह जानकारी दी थी कि कुछ जरूरत से ज्य़ादा बढ़ गया है और काटने पर ही सुधरने वाला है। इसके बाद काफी चर्चा चली थी कि अमिताभ बच्चन को क्या हुआ है।

बाद में एक्टर ने अपने ब्लॉग के जरिए फैन्स को जानकारी दी कि उनकी आंख की सर्जरी हुई है और मौजूदा समय में इस वजह से उन्हें दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने अपने ब्लॉग में लिखा था कि अभी एक आंख की सर्जरी हुई है और एक की बाकी है। 78 साल की उम्र में इस तरह की सर्जरी काफी खतरनाक है। अपनी परेशानियों को बताने के लिए उन्होंने सर गैरी सोबर्स का उदाहरण भी दिया था कि एक क्रिकेट मैच में वेस्टइंडीज की टीम हार के कगार पर खड़ी थी। पवेलियन छोर पर गैरी टीम का हाल देख रहे थे। इसके बाद उन्होंने अपने बैग से रम की बोलत निकाली और कुछ पैग चढ़ा लिए। बाद में अपनी बारी आने पर उन्होंने अपने जीवन का सबसे तेज़ शतक जड़ दिया। बाद में जब उनसे ये पूछा गया कि ये उन्होंने कैसा किया तो उन्होने कहा कि मुझे तीन बॉल दिख रही थी और मैं बीच वाली को मार रहा था। अमिताभ ने आगे लिखा कि मेरी हालत भी ऐसी ही है कुछ टाइप करने जाता हूं तो तो तीन लेटर दिखते हैं। मैं बीच वाले को दबा देता हूं। पिछले कुछ दिनों से अमिताभ अपनी ज्यादातर बातें कविताओं की पक्तियों में ही लिख रहे हैं और इस स्टाइल को लोग काफी पसंद भी कर रहे हैं।

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