#Diabetes: पूरी दुनिया में एक रोग ऐसा है जो सबसे ज्य़ादा लोगों को परेशान करता है, वो है मधुमेह यानि डाइबिटीज या शुगर, दुनियाभर में इस रोग से परेशान लोगों की संख्या करोड़ों में है। लेकिन इस रोग का कारण एक ही है आलस्य। चीनी या इससे बनी चीजें नहीं छोड़ने का आलस्य और शारीरिक कसरत नहीं करने का आलस्य। चूंकि इस रोग के कारण शरीर की शर्करा को ग्लुकोज में बदलने की क्षमता कम हो जाती है तो इससे खून में शर्करा बहुत बढ़ जाती है। जिसकी वजह से ये शर्करा या शुगर धीरे धीरे हड्डियों को गलाने लगता है। इसके साथ ही रोगी की प्रतिरोधक क्षमता कमज़ोर होने लगती है और वो कई और बिमारियों की शिकार होने लगता है। धीरे धीरे उसका पूरा शारीरिक सिस्टम कमज़ोर हो जाता है।
डॉ. कृतिका के मुताबिक अगर आपको अचानक थकान लगने लगे, वो भी लगातार थकान लगे, जहां पेशाब करते हैं, वहां चीटिंया आ जाए या फिर चार बजे के बाद आपकी पिंडलियों में दर्द होना शुरू हो जाए तो समझ जाएं कि आपको डायबिटिज़ होने की संभावना है। तुरंत अपना टेस्ट कराए। लेकिन अगर टेस्ट में शुगर कंट्रोल भी दिखे तो भी आपको अब प्रिकॉशन लेने की जरूरत है। अक्सर ये रोग उन लोगों को ज्य़ादा परेशान करता है जोकि खाने के बाद मिठाई खाना, आइसक्रीम खाना अपनी शान समझते हैं। खान पान में बहुत ज्य़ादा तला भुना, मैदा या बाहर का खाना जैसे समोसे आदि खाते रहते हैं। कई बार ज्य़ादा शराब पीने से भी ये रोग हो जाता है। इसलिए अगर शुगर से बचना चाहते हैं तो इन सब चीजों से दूर रहना बहुत जरूरी है। चूंकि ये बीमारी गलत खानपान से ही होती है तो इस बीमारी का सबसे बड़ा इलाज भी खानपान ही है। इसका एक आसान उपाय है अगर आप आलस्य त्याग दें तो आप आसानी से इस बीमारी को खत्म कर सकते हैं।
प्राकृतिक तरीका
जामुन की गुठली 50 ग्राम, गुड़मार बूटी, 50 ग्राम, हार सिंगार की बेलें 50 ग्राम, बेलपत्र 50 ग्राम और नीम 50 ग्राम लें। इसमें थोड़ा सा कतीरा गोंद या बलूब गोंद मिलाकर चने जितनी छोटी छोटी गोलियां बना लें। अब सुबह इसे खाली पेट गाय के दूध या फिर गुलाब जल के साथ लें। शाम को खाने के बाद भी एक गोली गाय के दूध या फिर गुलाब जल के साथ लें। सुबह उठकर प्राणायाम करें।