#Covid: कोरोना वायरस संक्रमण में एक साल पहले जनता कर्फ्यू और उसके बाद लॉकडाउन को एक साल पूरा हो गया है। एक साल बाद फिर कोरोना तेज़ी से फैल रहा है। पिछले दो दिनों में ही लगभग 90 हज़ार कोरोना संक्रमण के नए मामले सामने आएं हैं। बड़ी बात ये है कि इनमें से 80 परसेंट मामले तो पांच राज्यों से ही हैं।
महाराष्ट्र, पंजाब, कर्नाटक, गुजरात और मध्य प्रदेश में कोरोना बेकाबू हो रहा है। महाराष्ट्र में तो मामला इतना बढ़ गया है कि एक एक दिन में 30 हज़ार मामले आ रहे हैं।
कोरोना की गंभीरता को देखते हुए कई राज्यों ने दोबारा आंशिक लॉकडाउन लगाया है तो कुछ ने नाइट कर्फ्यू लगा दिया है।
राजस्थान में नाइट कर्फ्यू
राजस्थान के आठ शहरों- अजमेर, भीलवाड़ा, जयपुर, जोधपुर, कोटा, उदयपुर, सागवाड़ा और कुशलगढ़ में रात 11 बजे से सुबह 5 तक नाइट कर्फ्यू रहेगा। राजस्थान सरकार के फैसले के मुताबिक, शहरी क्षेत्रों में रात 10 बजे के बाद बाजार नहीं खुलेंगे। इसके साथ ही बाहर से शहर आए यात्रियों के लिए आरटी-पीसीआर टेस्ट करवाना अनिवार्य रहेगा।
देश के दो राज्यों में फिलहाल लॉकडाउन जैसे प्रतिबंध लगाए गए हैं। महाराष्ट्र के नागपुर में 31 मार्च तक लॉकडाउन लगाया गया है। मध्य प्रदेश के तीन शहरों- भोपाल, इंदौर और जबलपुर में अब हर रविवार को लॉकडाउन लगाया जाएगा।
कई राज्यों में स्कूल-कॉलेज बंद
देश में कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों के बीच कई राज्यों में स्कूल-कॉलेज बंद कर दिए गए हैं। महाराष्ट्र, पंजाब, मध्य प्रदेश और राजस्थान समेत कई राज्यों में सरकारों ने सख्ती दिखाते हुए स्कूल-कॉलेज बंद किेए जाने की घोषणा कर दी है। इस बीच उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 31 मार्च तक कक्षा एक से आठ तक के सभी स्कूलों को बंद करने का आदेश दिया है। उन्होंने कक्षा एक से आठ तक के सभी परिषदीय और निजी स्कूलों में दिनांक 24 से 31 मार्च तक और अन्य शिक्षण संस्थानों में जहां पर परीक्षाएं आयोजित नहीं हो रही हैं, वहां 25 से 31 मार्च तक अवकाश करने के निर्देश दिए हैं।
वैक्सीन के बीच अंतर बढ़ा
सरकार ने कोविशिल्ड के दो डोज के बीच अंतर को बढ़ा दिया है। पहले ये अंतर चार से छह हफ्ते था। इसको अब बढ़ाकर आठ हफ्ते तक कर दिया है। दरअसल इसके पीछे साइटिफिक कारण है। एक्सपर्ट कमेटी ने डेटा को देखते हुए इस बात की सिफारिश की थी कि दो डोज के बीच के समय को बढ़ाना चाहिए। दरअसल दोनों डोज के बीच गैप बढ़ाने से एंटीबॉडी ज्यादा बनती हैं। लिहाजा केंद्र सरकार ने इन सिफारिशों को मानते हुए राज्यों को निर्देश दे दिए हैं। फिलहाल देश में लगभग 4.50 करोड़ लोगों में वैक्सीन लग चुकी है।