#AyurvedicRemedies: दांतों के दर्द को लेकर सरिता पिछले कई दिनों से परेशान थी। पिछली कई रातों से ठीक से सो भी नहीं पा रही थी। दक्षिणी दिल्ली के साकेत इलाके में रहने वाली सरिता को अब आराम है। दरअसल सरिता पिछले कुछ समय से पेन किलर तो ले रही थी। लेकिन उससे कुछ दिनों के लिए ही दर्द में राहत मिलती थी। लेकिन अब सरिता ने कुछ देसी नुस्खे अपनाने शुरू कर दिए हैं। इससे उसके दांतों में पहले की तरह असहनीय दर्द नहीं रहता।
आयुर्वेद डॉ. कृति के मुताबिक दांतों का दर्द उनकी सही देखभाल नहीं करने की वजह से होता है। इसके कारण उनमें कई तरह के रोग हो जाते हैं। जैसे मसूड़े फूलना, दांतों में सुराख हो जाना, ठंडा गर्म लगना, मसूडों में खून आना और कीड़ा लगना। इसकी वजह से बहुत सारे लोग अक्सर परेशान रहते हैं और आखिर में दांत निकवाने के अलावा उनके पास कोई चारा नहीं रहता। लेकिन इससे बचा जा सकता है अगर कुछ चीजों पर ध्यान दिया जाए। गर्मियां आ गई हैं, लिहाजा दांत की देखभाल में सबसे महत्वपूर्ण है कि अत्यधिक ठंडा पानी नहीं पीना है। अगर ठंडा पानी पीते हैं तो देर सवेर आपको दांतों की समस्या आनी ही है। ठंडा पीने से दांतों की उपरी परत खराब हो जाती है और दांत खराब होने लगते हैं। इसी तरह ही ज्य़ादा गर्म खाने से भी दांत कमज़ोर और बीमार हो जाते हैं। अगर आप बीड़ी सिगरेट पीते हैं तो भी आपको दांतों की बीमारियां होंगी। इसलिए दांतों की नियमित सफाई के साथ साथ ज्य़ादा गर्म और ठंडा खाने से बचना चाहिए। अब बात आती है अगर दांत बीमार हो ही गए हैं तो क्या करना है। अगर आपके दांत में बहुत ज्य़ादा दर्द है तो पीपल के पेड़ का दूध निकाले और रूई के फाए में भरकर दांत पर लगा लें। अगर कहीं पीपल नहीं मिलता है तो अंजीर का ऐसा पेड़ देखें जिसपर फल ना आते हों। इसका दूध भी लगाया जा सकता है। पीपल का पेड़ शहरी इलाकों में भी आसानी से मिल जाता है। अगर आपके दांतों में कीड़ा लग गया है तो लहसुन की फांक काटकर उस जगह भर दें। इससे आपको तुरंत राहत मिल जाएगी और दांत आगे खराब नहीं होगा। तुलसी के पत्ते भी दांत के दर्द में राहत देते हैं। तीन चार पत्ते तोड़ें उन्हें धोकर उस दांत के नीचे दबा लें। जिसमें दर्द है। इससे दर्द से राहत मिलेगी।