#MaharastraPolice: महाराष्ट्र में एक बड़े रैकेट के पीछे गृह मंत्री अनिल देशमुख का नाम सामने आ रहा है। पूर्व पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह के अलावा पूर्व इंटेलीजेंस कमिश्नर रश्मि शुक्ला ने भी अपनी एक रिपोर्ट में लिखा था कि दलालों का एक नेटवर्क नेताओं की मदद से राज्य में मनचाही पोस्टिंग दिलवाने के काम में लगा है। इसमें पैसे का भारी लेनदेन हो रहा है। हालांकि अब सरकार इस रिपोर्ट को झुठलाने की कोशिशों में लगी हुई है। लेकिन महाराष्ट्र पुलिस में भ्रष्ट्राचार के केंद्र में कहीं ना कहीं गृहमंत्री अनिल देशमुख शामिल हैं।
महाराष्ट्र पुलिस डिपार्टमेंट में ट्रांसफर-पोस्टिंग रैकेट चलाने पर रिपोर्ट तैयार करने वालीं राज्य की पूर्व इंटेलीजेंस कमिश्नर रश्मि शुक्ला को राज्य सरकार इस रिपोर्ट के लिए सज़ा देने की प्रक्रिया में लग गई है। राज्य के चीफ सेक्रेटरी सीताराम जे. कुंटे ने गुरुवार को अपनी जांच रिपोर्ट मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को सौंपी। रिपोर्ट में रश्मि शुक्ला पर फोन टैपिंग करने और गलत आधार पर जानकारी देने का आरोप लगाया गया है। इतना ही नहीं उन पर सरकार को गुमराह करने का आरोप लगा है।
दरअसल अपनी रिपोर्ट में शुक्ला ने बहुत सारे लोगों के फोन टैप किए थे ताकि जो लोग पुलिस में ट्रांसफर पोस्टिंग का धंधा चला रहे हैं, उनको गिरफ्तार किया जा सके। लेकिन इन सारे कारोबार में गृहमंत्री अनिल देशमुख का नाम बार बार सामने आ रहा था। शुक्ला ने पिछले साल जैसे ही इस रिपोर्ट की चिट्ठी जैसे ही अपने वरिष्ठ अधिकारियों को भेजी तो तुरंत उनको राज्य से बाहर कर केंद्र में भेज दिया गया था।
इसके बाद खुद पूर्व पुलिस कमीश्नर परमबीर सिंह ने भी अनिल देशमुख का नाम लेकर कहा कि वो पुलिस से पैसे उगाही में लगे हुए हैं और उन्होंने ही मुकेश अंबानी के घर के बाहर विस्फोटक रखने वाले सचिन वझे से 100 करोड़ रुपये उगाहने का लक्ष्य दिया था।
अब NIA की जांच में भी सामने आ रहा है कि सचिन वझे ही खुद मुकेश अंबानी के घर के बाहर विस्फोटकों से भरी गाड़ी खड़ी कर आए थे। इससे पहले वो गृह मंत्री अनिल देशमुख से भी मिले थे। दूसरी ओर इतने बड़े भ्रष्टाचार मामले में होने के बाद भी अनिल देशमुख का बचाव करने खुद शरद पवार उतरे हैं। इससे बड़ा साफ लगता है कि देशमुख मुश्किल में फंसे हुए हैं। हालांकि जो रिकॉर्डिंग
इंटेलिजेंस कमिश्नर रश्मि शुक्ला ने की थी, वो अभी तक सामने नहीं आई है। जिस दिन वो सामने आएगी उस दिन अनिल देशमुख पर संकट के बादल और घिर जाएंगे।