जिसको हर समय नजला, जुखाम व नाक बहने की समस्या हो वे ये सावधानी बरतें :
- ठंडी , खट्टी व तली हुई चीजे बिल्कुल न खाएँ
- आचार का सेवन न करें
- रात के समय मूली व आने किसी तरह के सलाद का सेवन न करें
- रात के समय दही बिल्कुल न खाएँ ।
जिसको भी इस प्रकार की ऐलर्जी हो वो हर मौसम में गरम पानी का ही सेवन करें , गरम पानी का सेवन न सिर्फ ऐलर्जी बल्कि मोटापा कम करने में भी कारगर है।
- नाक की ऐसी ऐलर्जी होने पर पूरे चेहरे पर तिल तैल हल्का गर्म करके massage करें या कराएं उसके बाद षदबिन्दु तैल या अणु तैल की 4-4 बूंदे नाक में डाले।
- अदर, शहद, मुलेठी, तुलसी पिप्पली तथा सोंठ इनको उबाल कर काढ़ा बना कर उसका सुबह शाम सेवन करें।
- तुलसी घनवटी तथा लक्ष्मीविलास रस की 2-2 गोलियों का सेवन करें।
- किसी भी तरह का balm भी प्रयोग कर सकते है।
- अगर समस्या गंभीर हो तो आयुर्वेद पंचकर्म में वर्णित वमन कराएं ये बहुत ही लाभकारी उपचार है।
आयुर्वेदिक उपचार के साथ साथ नियमित रूप से प्राणायाम करें, इससे अवश्य ही लाभ मिलेगा।