#Coronaupdate: भारत सरकार ने अब स्वदेशी वैक्सीन के जरिए कोरोना को कंट्रोल करने की बजाए दुनिया की सभी अप्रूव वैक्सीन के भारत में इस्तेमाल को मंजूरी दे दी है। बस इन वैक्सीन को भारत में 100 लोगों पर 7 दिनों का ट्रायल करना होगा और इसके बाद वैक्सीन को मंजूरी मिल जाएगी। सोमवार को ही सरकार ने रूस की स्पुतिनक-V वैक्सीन को मंजूरी दी है।
सरकार ने अपने आदेश में उन संस्थाओं की लिस्ट दी है। जिन्होंने वैक्सीन को मंजूरी दी हुई है तो उन वैक्सीन को भारत में भी तुरंत मंजूरी मिल जाएगी। इस आदेश में जिन संस्थाओं का नाम लिया है, वे अमेरिका, यूरोप, ब्रिटेन, जापान और WHO से जुड़ी हैं। वैक्सीन को मंजूरी देने वालों में यूएस फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन, यूरोपियन मेडिसिन एजेंसी, यूकेएमएचआरए, पीएमडीए जापान और वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन को शामिल किया गया हैं। सरकार इससे पहले रूस की स्पुतिनक-V को भी देश में इमरजेंसी इस्तेमाल की मंजूरी दे चुकी है। दरअसल सरकार पर ब्राजील की तरह की ही काम करने के आरोप लग रहे थे। ब्राजील ने लंबे समय तक दूसरे देशों की वैक्सीन को अपने यहां आने नहीं दिया और इस वजह से उनका वैक्सीनेशन कार्यक्रम काफी पिछड़ गया था। इसी वजह से सरकार ने दुनिया के अच्छे संस्थानों के टेस्ट को पास की हुई वैक्सीन को भारत में इस्तेमाल की मंजूरी दे ही है।
इससे पहले सोमवार को एक्सपर्ट कमेटी की बैठक हुई थी। जिसने रूसी वैक्सीन स्पुतनिक-V के इमरजेंसी यूज को मंजूरी दे दी थी। इसके बाद ड्रग्स कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DGCI) ने भी इसे मंजूर कर लिया था। भारत के कोरोना टीकाकरण अभियान में शामिल होने वाली तीसरी वैक्सीन बन गई है। इस बीच, रशियन डायरेक्ट इंवेस्टमेंट फंड (RDIF) ने कहा कि भारत दुनिया का 60वां देश है, जिसने स्पुतनिक-V के इमरजेंसी यूज को मंजूरी दी है।