#NoOxygenCylinders: दिल्ली में कुछ घंटों की ऑक्सीजन बची है के दिल्ली के मुख्यमंत्री के बयान के बाद दिल्ली में ऑक्सीजन सिलेंडर्स को लेकर अफरातफरी मच गई है। हालात ये है कि अब दिल्ली में ऑक्सीजन सिलेंडर मिलना बंद हो गए हैं। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के इस बयान के बाद जिन लोगों को ऑक्सीजन सिलेंडर की जरूरत भी नहीं थी। उन लोगों ने भी ऑक्सीजन सिलेंडर लेकर अपने घरों में जमा कर लिए हैं। इससे जरूरतमंद लोगों को ऑक्सीजन सिलेंडर नहीं मिल पा रहे हैं।
दिल्ली में लोगों को ऑक्सीजन सिलेंडर की सप्लाई का काम लंबे अरसे से कर रहे रजत शर्मा के मुताबिक कल तक हमारे पास करीब 50 ऑक्सीजन सिलेंडर थे। लेकिन अचानक सिलेंडर्स को लेने के लिए लगातार मांग आने लगी। लोग कई गुना ज्य़ादा पैसे में भी सिलेंडर खरीदने को तैयार थे। हालांकि हमने मरीज की पॉजिटिव रिपोर्ट देखने के बाद ही सिलेंडर दिए हैं। लेकिन शाम को कुछ ही घंटों में वो सिलेंडर भी बिक गए। फिलहाल हमारे पास पूरा स्टॉक खत्म हो गया है।
इससे पहले कल मुख्यमंत्री अरविंद केजरीजवाल ने केंद्र सरकार से आधिकारिक तौर पर कोटा बढ़ाने की मांग की बजाए, खुलेआम घोषणा की थी, अस्पतालों के पास कुछ ही घंटों की ऑक्सीजन बची है। ऐसे में अगर ऑक्सीजन ना मिली तो बड़ी परेशानी हो जाएगी। इसके बाद खुले में मिल रहे ऑक्सीजन सिलेंडर की कालाबाजारी शुरू हो गई थी। हालांकि इससे पहले भी कई दिनों में ऑक्सीजन सिलेंडर मिलने में परेशानी हो रही थी। लेकिन मुख्यमंत्री के ऑक्सीजन को लेकर बयान के बाद तो अफरातफरी मच गई।
केंद्र सरकार ने बढ़ाया ऑक्सीजन कोटा
केंद्र सरकार ने दिल्ली का ऑक्सीजन कोटा बढ़ा दिया है। अभी तक दिल्ली को 378 मैट्रिक टन ऑक्सीजन मिल रही थी। लेकिन अब सरकार ने उसे बढ़ाकर 480 मेट्रिक टन रोज़ाना कर दिया है। दिल्ली सरकार केंद्र सरकार से रोज़ाना 700 मैट्रिक टन देने की मांग कर रही थी।