#FarmersProtest: किसान आंदोलन में कुछ किसान नेताओं ने बंगाल से आई एक युवती का बलात्कार किया और बाद में जब कोरोना से युवती की मौत हो गई तो मामले को दबाने के लिए उसकी शव यात्रा भी निकाली। लेकिन युवती के पिता के लगातार आवाज उठाने के बाद हरियाणा पुलिस ने इस सिलसिले में एफआईआर दर्ज कर ली है। अब जिन किसान आर्मी के नेताओं पर बलात्कार के आरोप लगे हैं। वो गायब हैं।
पुलिस FIR के मुताबिक बंगाल चुनावों में कुछ किसान नेता बीजेपी के विरोध में प्रचार करने गए थे। वहीं पर इस युवती के साथ इनका संपर्क हुआ। बाद में ये इस युवती को आंदोलन में भाग लेने के लिए टिकरी बॉर्डर ले आए। इस दौरान चार किसान नेताओं ने जोकि किसान सोशल आर्मी के बैनर तले टिकरी बॉर्डर पर बैठे थे। उन्होंने इस युवती के साथ 12 अप्रैल से 24 अप्रैल के बीच में बलात्कार किया। जब युवती ने अपनी आपबीती किसान संगठनों में महिला नेताओं को बताई तो उन्होंने इस युवती को चुप कर दिया। ऐसी दो महिला किसान नेताओं कविता आर्य और योगिता सुहाग पर भी एफआईआर हुई है।
दैनिक जागरण अखबार के मुताबिक,24 अप्रैल को युवती की तबीयत खराब होनी शुरू हो गई। इसके बाद उसे कई अस्पतालों में लेकर जाया गया। लेकिन उसे सरकारी की बजाए एक निजी अस्पताल में दाखिल कराया गया। जहां उसकी मौत कोरोना से बताई गई है। हालांकि बलात्कार का पूरा मामला संयुक्त किसान मोर्चा के सामने भी आया था और मोर्चा की शनिवार को एक गोपनीय बैठक भी हुई थी। लेकिन पूरे मामले पर पर्दा डालकर रखा गया। बाद में गुरूवार को युवती के माता पिता दिल्ली पहुंचे और उन्होंने इस मामले को सभी किसान नेताओं के सामने उठाया। लेकिन किसान नेताओं ने युवती की तरह ही इसके माता पिता को भी चुप रहने के लिए दबाव डाला। युवती ने अपने साथ हुए बलात्कार के बारे में फोन पर अपने माता पिता को बता दिया था। बाद में पिता की तहरीर पर बहादुरगढ़ पुलिस ने चार किसान नेताओं और दो महिलाओं पर एफआईआर दर्ज कर ली है और जांच एक महिला इंस्पेक्टर को सौंप दी गई है। दरअसल बलात्कार जैसे संगीन मामले को देखते हुए कुछ किसानों ने इसके खिलाफ आवाज़ उठाई थी। इसको देखते हुए टिकरी बॉर्डर पर भी माहौल काफी गर्म हो गया था।
आम आदमी पार्टी से संबंधित हैं किसान नेता
जिन चार किसान नेताओं अनूप सिंह चानौत, अनिल मलिक, अंकुर सांगवान और जगदीश सिंह बराड़ के खिलाफ बलात्कार के आरोप में एफआईआर दर्ज हुई है, ये सभी आम आदमी पार्टी से संबंधित हैं। अनूप हिसार से हैं और आम आदमी पार्टी का सक्रिय नेता है। इसी तरह अनिल भी दिल्ली आम आदमी पार्टी से जुड़ा हुआ बताया जा रहा है। ये दोनों नेता शुरू से ही टिकरी बॉर्डर पर बैठे हुए हैं। इन्होंने यहां अपना पक्का तंबू भी बनाया हुआ था। लेकिन युवती की मौत के बाद से ही ये अनूप सिंह और अन्य लोग धरना स्थल से गायब हो गए थे। अब इनका तंबू भी रात को उखाड़ दिया गया है।