#MaharastraVaccination: ऑक्सीजन में हो रहे घोटाले के बाद अब वैक्सीन में घोटाले की ख़बरें भी आने लगी हैं। महाराष्ट्र के बीजेपी एक विधायक ने महाराष्ट्र सरकार पर वैक्सीन घोटाले का आरोप लगाया है। इधर महाराष्ट्र सरकार ने इस आरोप के बाद 18 से 44 साल के लोगों की वैक्सीनेशन को रोक दिया है। उधर दूसरी ओर राज्य सरकार के पास वैक्सीन की करीब डोज बची हुई हैं।
महाराष्ट्र के मुलुंड के भाजपा विधायक मिहिर कोटेचा ने महाराष्ट्र सरकार पर सनसनीखेज आरोप लगाते हुए कहा कि, कल एक महिला ने मुझे अपनी पहली खुराक का प्रमाणपत्र दिखाया, लेकिन उन्हें वैक्सीन नहीं लगी थी। अब उन्हें डर लग रहा है कि उन्हें वैक्सीन लगेगी या नहीं। उन्होंने मांग की है कि मुंबई में हर वैक्सीन का ऑडिट कराया जाना चाहिए। दोषी पाए गए बीएमसी के किसी भी कर्मचारी को नौकरी से हटा देना चाहिए। उन्होंने अभी BMC आयुक्त से जवाब मांगा है। उन्होंने कहा कि अगर मुझे संतोषजनक जवाब नहीं मिला तो मैं महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री को लिखूंगा। बीजेपी विधायक ने कि उन्होंने कहा है कि जिसने वैक्सीन के लिए रजिस्ट्रेशन कराया है, उसको वैक्सीन ना लगाकर किसी दूसरे को वैक्सीन लगा रहे हैं। इससे पहले देश में दवाओं और ऑक्सीजन के घोटाले सामने आ रहे थे।
दरअसल केंद्र सरकार ने अभी तक राज्यों /केंद्र शासित प्रदेशों को 18 करोड़ से अधिक वैक्सीन खुराक दी हैं। इसमें से लगभग 17 करोड़ वैक्सीन लोगों को लग चुकी है। जबकि 90 लाख से अधिक खुराक अभी भी राज्यों / केंद्र शासित प्रदेशों के साथ उपलब्ध हैं। इसके अलावा 7 लाख से अधिक खुराक अगले 3 दिनों में राज्यों को दी जाने वाली हैं। इससे पहले केंद्र सरकार ने भी इसी तरह के घोटाले से निबटने के लिए वैक्सीनेशन में ओटीपी को जरूरी कर दिया है।
महाराष्ट्र सरकार ने वैक्सीन की कमी की बात कहकर राज्य में वैक्सीनेशन का एक चरण रोक दिया है। 18 से 44 साल के युवाओं के बीच में चल रहे वैक्सीनेशन को राज्य सरकार ने बीच में रोक दिया है। राज्य सरकार का कहना है कि उसके पास वैक्सीन की कमी है। लिहाजा ऐसा नहीं किया जा रहा है।