#KairanaGangster: एक समय पश्चिम उत्तर प्रदेश के कैराना इलाके में हिंदुओं के पलायन का सबब रहे मुकीम काला की जेल में ही हत्या हो गई है। एक ज़माने में मुख्तार गैंग के शार्पशूटर रहे अंशु दीक्षित ने काला के साथ साथ मेराज का भी जेल में ही काम तमाम कर दिया। मुकील पर 70 से ज्य़ादा मामले दर्ज थे और उसपर एक लाख रूपये का इनाम भी था।
मुकीम का पूरे गैंग ने पश्चिम उत्तर प्रदेश में लोगों की नाक में दम किया हुआ था। ख़ासकर कैराना इलाके में हिंदुओं के पलायन के पीछे मुकीम और उसके गैंग का हाथ मारा जाता रहा है। समाजवादी सरकार के दौरान मुकीम गैंग का जलवा अपने पूरे शबाब पर था। मुख्तार अंसारी के साथ साथ आज़म ख़ान का हाथ ही मुकीम गिरोह पर था। ये गिरोह चुन चुनकर हिंदुओं कारोबारियों को निशाने पर लेता था।
सबसे बड़ी डकैती इस गिरोह ने शामली इलाके में ही एक दस करोड़ रुपये की थी। जिसमें उन्होंने एक तनिष्क का पूरा शोरूम ही लूट लिया था। इस गिरोह के बदमाशों ने कैराना कस्बे और आसपास के गांवों में हिंदुओं की ज़मीनों पर कब्ज़ा कर लिया था। इसके बाद वहां से काफी परिवार अपने घर बार छोड़कर चले गए थे। बाद में बीजेपी की सरकार आने के बाद इस गिरोह के बुरे दिन शुरू हो गए थे। पिछले कुछ सालों में इस गिरोह के ज्य़ादा बदमाशों का एंकाउटर हो गया है। मुकीम काला का भाई वसीम काला भी 2017 में मेरठ में पुलिस के हाथों मारा गया था। इसके बाद से ही मुकीम काफी डरा हुआ था। लंबे समय तक यमुनानगर की जेल में बंद रहा मुकीम बाद में पुलिस एंकाउटर के डर से अपने को बेड़ियों में पेश करने की अपील कर रहा था।