#Israel-palestine War: इस बिल्डिंग को गाज़ा इलाके में सबसे सुरक्षित बिल्डिंग माना जाता था, लेकिन इजराइल के रॉकेट ने इसे पलक झपकते ही धराशाही कर दिया।
अल जाला नाम की इस बिल्डिंग में दुनिया की प्रमुख न्यूज एजेंसियों के दफ्तर थे। लेकिन अब ये बिल्डिंग मिट्टी का एक ढेर है। इस बिल्डिंग को मिट्टी में मिलाकर इज़राइल फोर्सेज ने ये दिखा दिया कि वो किसी के दबाव में आकर काम नहीं करती। हालांकि चारो तरफ निंदा होने के बाद इज़राइल ने ये जरूर बताया कि इस बिल्डिंग से आतंकी संगठन हमास इजराइल पर रॉकेट दाग रहा था। दुनिया के इस हिस्से में रॉकेटों के हमले कोई नए नहीं हैं। लेकिन दुश्मन देशों से घिरा इज़राइल बार बार ये दिखा देता है कि अगर उसकी ओर कोई आंख उठाएगा तो उसका अंजाम भी ऐसा ही होगा
2014 के बाद ये पहला मौका है जब इज़राइल और आतंकी संगठन हमास के बीच लड़ाई इतनी लंबी चली है। दरअसल इस बार ये झगड़ा इजराइल की सीमा में मस्जिद अल अक्सा से शुरू हुआ, जहां इज़राइल के सुरक्षा जवानों ने खुद पर हमला होने के बाद वहां प्रेयर के लिए आए लोगों को खदेड़ दिया।
इसके बाद हमास ने इज़राइल पर रॉकेट्स से हमला कर दिया। पूरी रात आतंकी संगठन हमास ने इज़राइल पर राकेट दागे, करीब 2सौ रॉकेट के हमले में इज़राइल के पांच नागरिक मारे गए, इसमें एक भारतीय नर्स सौम्या भी थी। लेकिन इज़राइल के सुरक्षा कवच ने तेल अवीव को कुछ नहीं होने दिया।
लेकिन अगले ही दिन इज़ाराइल की डिफेंस फोर्सेज ने जो हमला किया. तो उसमें 14 हमास के प्रमुख कमांडर मारे गए। अगले ही दिन इज़राइल ने हमास प्रमुख के घर को भी उड़ा दिया। साथ ही हमास की छुपने की दो अंडरग्राउंड टनल, रॉकेट लांच करने के ठिकाने सभी को निस्तेनाबूत कर दिया। अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने जब इजराइल और हमास से लड़ाई बंद करने की अपील की तो इज़राइल ने कहा कि वो हमास को बर्बाद करने के बाद ही दम लेंगे। लेकिन हमास को टर्की, इरान और कुवैत की मदद के साथ साथ लड़ने के लिए जार्डन और सुडान से भी लड़ाके आ रहे हैं। लिहाजा लड़ाई अभी लंबी खिंच सकती है।