#CBI: के नए डायरेक्टर के लिए जो तीन नाम तय हुए हैं, उनमें दो नामों के ना होने से पावर कॉरिडोर्स में चर्चा शुरू हो गई है। हालांकि बीएसएफ डीजी राकेश अस्थाना और एनआईए चीफ वाई सी मोदी अंतिम समय तक रेस में थे। लेकिन छह महीने की रिटारमेंट वाला नियम सामने आते ही इन दोनों का नाम लिस्ट से हट गया। दूसरी तरफ ये भी चर्चा है कि ऐसा नहीं हो सकता है कि सरकार को ये नियम मालूम ना हो।
दरअसल CBI के नए डायरेक्टर के लिए नामों पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में सोमवार को हुई मीटिंग हुई । इसमें नए डायरेक्टर के लिए तीन नामों को तय किया गया है। नए डायरेक्टर को चुनने के लिए जिन लोगों का पैनल बना हुआ है। इसमें भारत के चीफ जस्टिस एनवी रमना और लोकसभा में विपक्ष के नेता अधीर रंजन चौधरी शामिल हैं।
बीएसएफ चीफ राकेश अस्थाना और एनआईए प्रमुख वाई सी मोदी का नाम हटाए जाने के बाद अब ये बड़ा दिचस्प हो गया है कि उत्तर प्रदेश के DGP एचसी अवस्थी, SSB के DG कुमार राजेश चंद्रा और गृह मंत्रालय के विशेष सचिव वीएसके कौमुदी में से कौन CBI का डायरेक्टर चुना जाता है। फिलहाल अतिरिक्त निदेशक प्रवीण सिन्हा 3 फरवरी से CBI के अंतरिम प्रमुख हैं।
इस पद के लिए रेस में सबसे आगे उत्तर प्रदेश के DGP एच सी अवस्थी का नाम हैं। 1985 बैच के IPS अफसर हितेश चंद्र अवस्थी को पिछले साल ही उत्तर प्रदेश का पुलिस मुखिया बनाया गया था। अनुभव के आधार पर वो परफेक्ट लगते हैं। उनके पास CBI में काम करने, नेशनल क्राइम रिकार्ड ब्यूरो और राज्य में काम करने का अनुभव है। अवस्थी (NCRB) में DIG और डिप्टी डायरेक्टर रहे। 2008 से 2013 तक CBI में IG और ज्वाइंट डायरेक्टर रहे। दो बार UP के गृह विभाग में विशेष सचिव भी रहे हैं।
दूसरे प्रमुख दावेदार आरके चंद्रा हैं, IPS अधिकारी राजेश कुमार चंद्र सशस्त्र सीमा बल (SSB) के DG हैं। जोकि नेपाल और भूटान की सीमा पर तैनात हैं। बिहार कैडर के 1985 बैच के IPS चंद्रा दिल्ली में केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्रालय में डायरेक्टर रह चुके हैं। दिल्ली में जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी से पोस्ट ग्रैजुएट चंद्रा 31 दिसंबर, 2021 को रिटायर होंगे। चंद्रा प्रधानमंत्री, पूर्व PM और उनके परिवारों की सुरक्षा करने वाले स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप (SPG) में भी काम कर चुके हैं।
तीसरे प्रमुख दावेदार गृह मंत्रालय में विशेष सचिव वी एस के कौमुदी हैं। कौमुदी आंध्र प्रदेश कैडर के 1986 बैच के IPS अधिकारी हैं। वह पुलिस अनुसंधान एवं विकास ब्यूरो में भी डायरेक्टर रह चुके हैं। वह 30 नवंबर 2022 को रिटायर होंगे।
दरअसल जो छह नाम अंत में रह गए थे। उनमें से राकेश अस्थाना और वाई सी मोदी का नाम रेस में सबसे आगे था। लेकिन अंतिम समय में चीफ जस्टिस ने एक नियम का हवाला दिया। जिसके तहत जिन अधिकारियों की सेवाएं छह महीने से कम रह जाती है। उनके नाम पर विचार नहीं किया जाता। इसके बाद अस्थाना और मोदी का नाम इस लिस्ट से हट गया।