Harendra Negi
रुद्रप्रयाग। क्या कभी आपने किसी गाय या बैल को सड़क से चिपके हुए देखा है। अगर नहीं तो ऐसी घटना उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग में हुई है। यहां अगस्त्यमुनि की ग्राम पंचायत किणझाणी में सड़क पर एक गाय और बैल चिपक गए। बहुत कोशिशों के बाद भी ना गाय और ना ही बैल कुछ कर पा रहे थे। लोगों ने भी इन दोनो को सड़क से निकालने की बहुत कोशिश की, लेकिन ये दोनोंं सड़क से ही चिपके रहे। आखिरकार दोनो को रेस्क्यू करने के लिए एक जेसीबी मशीन मंगाई गई। उस मशीन के जरिए दोनों को बचाया गया।
दरअसल सड़क पर बहुत सारा तारकोल पड़ा हुआ था, जिसमें ये गाय और बैल चिपक गए थे। दोनों को बड़ी मुश्किल से वहां से हटाया गया। तारकोल में बुरी तरह से चिपके गाय एवं बैल को जेसीबी मशीन की मदद से निकाला गया। घटना की वजह से स्थानीय ग्रामीण काफी नाराज हैं, चूंकि सड़क निर्माण कर रहा ठेकेदार लगातार इस तरह की हरकतें कर रहा है कि जिससे गांव वाले परेशान हो, गांव वालों का कहना है कि घटना के लिये विभागीय ठेकेदार है।
दरअसल, ग्राम पंचायत किरझाणी के अंतर्गत गोरता तोक में लोक निर्माण विभाग का हाॅट मिक्स प्लांट लगा हुआ है। सड़क का निमार्ण कार्य कर रहे ठेकेदार पर स्थानीय ग्रामीण पहले ही घटिया डामर बिछाने का आरोप लगा चुके हैं। इस बीच सड़क पर तारकोल फैला हुआ था। तारकोल की चपेट में ग्रामीण प्रदीप सिंह व बचन सिंह के गाय एवं बैल आ गये। वह तारकोल में बुरी तरह से फंस गये और सड़क पर ही लेट गये। ग्रामीणों की लाख कोशिशों के बावजूद भी गाय एवं बैल को तारकोल से नहीं छुड़वाया गया। बाद में गाय एवं बैल को तारकोल से छुड़वाने के लिये जेसीबी मशीन का सहारा लेना पड़ा।
मौके पर पहुंचे जिला पंचायत सदस्य सुमन नेगी ने कहा कि विभाग और ठेकदार की लापरवाही के कारण ग्रामीणों के गाय एवं बैल मरते-मरते बचे हैं। तारकोल को जगह-जगह फेंका गया है, जिस कारण मवेशियों और आम जनता को आवाजाही करने में भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि विभागीय ठेकेदार की ओर से सड़क पर घटिया डामर बिछाया गया है। घटिया डामरीकरण से ग्रामीण भी खासे परेशान हैं। उन्होंने कहा कि लापरवाही से कार्य करने वाले ठेकेदार एवं विभागीय अधिकारियों के खिलाफ कार्यवाही होनी चाहिये।