#Jharkhand: दुनियाभर में साइबर क्राइम (Cyber Crime)के लिए बदनाम झारखंड के जामताड़ा (Jamtara) और देवघर (Devghar) जिले में इन दिनों इन साइबर अपराधियों के खिलाफ अभियान चला रही है। लगातार दुनियाभर से शिकायतों के बाद परेशान पुलिस ने छापामारी कर दोनों जिले से 24 शातिर साइबर अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया है। इनके पास से काफी संख्या में मोबाइल फोन और साइबर अपराध में इस्तेमाल होने वाले उपकरण मिले हैं।लगातार बदनाम होते इस इलाके से अब साइबर अपराधियों ने देवघर जिले को नया ठिकाना बनाया है। ये पूरा इलाका पुलिस महकमे का सरदर्द बन गया है। अब साइबर अपराधों को रोकने के लिए पुलिस ताबड़तोड़ कार्रवाई कर रही है। हालांकि इस पूरे इलाके में धीरे धीरे स्थानीय लोग ठगी के काम में लग गए हैं। यहां हर गली में साइबर ठग बैठे हुए हैं। जोकि अलग अलग फोन के जरिए ठगी में जुटे रहते हैं। इनको स्थानीय पुलिस का भी सहयोग लगातार मिलता रहा था, इसी वजह से ये ठगी का कारोबार यहां फल फूल गया। लेकिन अब पूरा इलाका बदनाम हो गया है, लिहाजा अब ये अपराधी पूरे झारखंड में फैल रहे हैं।
जामताड़ा में साइबर थाने की पुलिस को साइबर अपराध गिरोह के 9 सदस्यों को पकड़ा है। एसपी दीपक कुमार सिन्हा ने बताया कि गिरफ्तार साइबर अपराधियों के पास से एक बाइक, 13 मोबाइल और 22 सिम कार्ड बरामद किया गया। दूसरी ओर देवघर जिले के विभिन्न थाना क्षेत्रों में छापेमारी के दौरान साइबर ठगी करने वाले 15 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इनके पास 26 मोबाइल फोन, 35 सिम कार्ड, तीन एटीएम और 11 पासबुक जब्त हुआ है।
दरअसल देश में जितने भी साइबर ठगी होती है, उनमें से 90 परसेंट इसी जामताड़ा से होती है। इसको लेकर एक फिल्म भी बन चुकी है। लेकिन अब ये पूरे झारखंड में फैल रहे हैं। देश में साइबर ठगों ने सबसे पहले जामताड़ा में अपना ठिकाना बनाया था। लेकिन अब ये धीरे धीरे झारखंड के बाकी जिलों में भी फैल गए हैं। जामताड़ा के बाद अब देवघर जिले से सबसे ज्यादा 333 साइबर ठगी के मामले आए हैं। जबकि जामताड़ा 218 मामले सामने आएं हैं। अब ये अपराधी धीरे धीरे धनबाद, गिरिडीह और पलामू तक फैल गए हैं।