#3rdWave: कितनी ख़तरनाक होगी तीसरी वेव?

#CoronaUpdates: देश में बेशक कोरोना के मामले कम हो गए हैं, लेकिन कोरोना की दूसरी लहर अभी खत्म भी नहीं हुई। लोगों के लगातार भीड़भाड़ वाली जगहों पर जाने और ट्रेवलिंग के कारण एक्सपर्ट्स ने थर्ड वेव की चेतावनी दे दी है। मेडिकल एक्सपर्ट्स के मुताबिक, देश में इस साल अक्टूबर या नवंबर में कोरोना की तीसरी लहर आ सकती है। इसका खतरा अभी एक साल तक बना रहेगा।

दुनियाभर के 40 हेल्थ एक्सपर्ट्स, डॉक्टरों, साइंटिस्ट, वायरोलॉजिस्ट, एपिडेमियोलॉजिस्ट और प्रोफेसर के एक सर्वे के मुताबिक तीसरी लहर को कम करने में वैक्सीनेशन महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। सर्वे के मुताबिक तीसरी लहर इस साल अक्टूबर तक आ सकती है। ये लहर अगस्त से 12 के बीच आने की आशंका है। कुछ ने इसके नवंबर से फरवरी के बीच इसके आने की आशंका जाहिर की।

ज्यादातर एक्सपर्ट्स का मानना है कि तीसरी लहर को दूसरी की तुलना में बेहतर ढंग से काबू किया जा सकेगा। जबकि दूसरी लहर कहीं ज्यादा जानलेवा साबित हुई है। बहुत ज्य़ादा कोरोना केस के कारण इस दौरान स्वास्थ्य व्यवस्था चरमरा गई। महामारी की पहली लहर के मुकाबले यह दूसरी लहर बहुत लंबी चली। उन्होंने कहा कि दूसरी लहर में टीकों, ऑक्सीजन, दवाओं, अस्पतालों में बिस्तरों की कमी से यह अधिक बहुत ही विनाशकारी बन गई।

दूसरी ओर AIIMS दिल्ली के डायरेक्टर डॉ रणदीप गुलेरिया के मुताबिक तीसरी लहर पर ज्यादा नियंत्रण हो सकेगा। देश में तेजी से वैक्सीनेशन चल रहा है। इसलिए थर्ड वेव आने तक काफी लोगों का वैक्सीनेशन हो चुका होगा। इसके अलावा दूसरी लहर से कुछ हद तक नेचुरल इम्युनिटी भी होगी जो इसे ज्यादा प्रभावी नहीं होने देगी।

स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, अब तक 27 करोड़ से अधिक डोज लोगों को लग चुके हैं। इसके अलावा अब तक 18 से 44 आयु वर्ग के 19.43 लाख लोगों को पहली डोज लग गई है, जबकि 77,989 लोगों को दूसरी डोज भी लग चुकी है।

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