#ManoharLal: हरियाणा सरकार के एक फैसले से राज्य में करीब सात लाख लोगों को खाने का तेल मिलना बंद हो गया है। कोरोना काल में जब केंद्र सरकार गरीबों को मुफ्त राशन देने की घोषणा कर रही है तो ऐसे में हरियाणा सरकार ने राशन देने के नियम ही बदल दिए। इससे करीब 7 लाख अति गरीब लोगों को खाने का तेल मिलना बंद हो गया है।
दरअसल हरियाण के 11.40 लाख गरीब परिवारों को राज्य सरकार सरसों का तेल उपलब्ध करावा रही थी। बाद में तेल महंगा होने और मांग बढ़ने से 3 जून को खाद्य एवं आपूर्ति विभाग ने हैफेड द्वारा तेल उपलब्ध नहीं कराने के कारण डिपो पर तेल सप्लाई बंद करने की जानकारी दी थी। इसके बाद राज्य सरकार ने इन लोगों को तेल खरीदने के लिए पात्र लोगों के खातों में 250-250 रुपये डालने की घोषणा की। लेकिन एक महीना बीतने के बाद भी जरूरतमंद परिवारों को ना तो खाने का तेल मिला और ना ही पैसा। हरियाणा में कुल 11,40,748 लाभार्थी हैं। इनमें से गुलाबी कार्ड वाले 2,481,34 हैं, जबकि बीपीएल कार्ड धारकों की संख्या 8,92,749 हैं।
फिलहाल इन लोगों को ये राशि मिलने के आसार नहीं दिख रहे हैं, क्योंकि विभाग के पास मात्र चार लाख कार्ड धारकों के ही बैंक खाता नंबर हैं, शेष उपभोक्ताओं के खाता संख्या लेने के लिए विभाग अब परिवार पहचान पत्र अथॉरिटी से संपर्क साध रहा है। विभाग का कहना है कि खाते जुटाने में करीब दो माह का समय लगेगा।