#RajasthanCongressGovt: जबरन या लालच देकर धर्मांतरण के खिलाफ मुहिम चलाने वालों के खिलाफ राजस्थान की कांग्रेस सरकार पड़ गई है। हिंदुओं की मदद के लिए चलने वालों की आवाज को ना सिर्फ दबाया जा रहा है। बल्कि इससे जुड़ी महिलाओं को भी प्रताडित किया जा रहा है। ट्विटर हैंडल @noconversion और सोशल मीडिया अकाउंट समर्थकों में से एक, मुंबई की भवी सिंह को जयपुर पुलिस द्वारा @noconversion द्वारा संचालित टेलीग्राम समूह का एडमिन होने के कारण परेशान किया जा रहा है। भवी सिंह को ना सिर्फ पुलिस ने जयपुर बुलाकर पूछताछ की, बल्कि उनके बार बार अपने दो बच्चों को छोड़कर मुंबई से दिल्ली आने की बात पर भी पुलिस नहीं पिघली है।
दरअसल मामला सोनिया गांधी पर एक मीम का है। जिसमें उनके पीछे एक किताब का नाम है “भारत को ईसाई राष्ट्र कैसे बनाएं ” बावी सिंह ने बताया कि उन्होंने मेम को कभी बनाया, ना ही साझा या लाइक किया। फिर भी 20 जून को उससे बेवजह पूछताछ की गई। जयपुर पुलिस के साथ सहयोग करने और डेटा साझा करने के बावजूद, उसे अपने 2 बच्चों को अकेला छोड़कर जयपुर आने के लिए कहा गया है।
जब उसने इसका विरोध किया, तो जयपुर पुलिस ने धमकी दी कि अगर वह खुद नहीं आई तो उसे गिरफ्तार करके ले जाएगी। लीगल संस्था लीगल राइट्स ऑब्जर्वेटरी ने भवी सिंह को अवैध रूप से घंटों तक थाने में रखने और इस प्रक्रिया में उसके बच्चों को उससे दूर रखने के लिए राष्ट्रीय महिला आयोग और राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण कमीशन में शिकायत दर्ज कराई है। विशेष रूप से जबकि मीम फैलाने में उनके खिलाफ आरोप झूठे साबित हुए।
हालांकि ऐसे हज़ारों नकली मीम्स सोशल मीडिया पर छाए रहते हैं, लेकिन राजस्थान कांग्रेस सरकार हिंदू कार्यकर्ताओं की आवाज को दबाने की कोशिश में लगी हुई है। दरअसल यूपीए के दौर में धारा 66ए का इस्तेमाल कर हिंदु समूहों को परेशान किया गया था।