उत्तरकाशी जिला मुख्यालय से लगे मांडों गांव में रात करीब 8 बजे मांडों गांव के ऊपर पहाड़ी में बादल फटा था जिस से मांडों में भारी मलबा आ गया।
मलबे में 7 से 8 घरों को काफी नुकसान हुआ है
उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में भारी बारिश ने लोगों की जान आफत आ गई है। रविवार रात निरकोट और कंकराणी क्षेत्र में बादल फटा। निराकोट क्षेत्र से जलजला मांडो गांव तक पहुंच गया। जहां तीन लोग मलबे में दब गए। एसडीआरएफ और पुलिस की खोज बचाव टीम ने सोमवार सुबह उनके शव बरामद किए हैं। वहीं, कंकराड़ी में एक व्यक्ति के लापता होने की सूचना है। फिलहाल, जिले में राहत-बचाव कार्य में पुलिस और एनडीआरएफ की टीमें लगी हैं।
उत्तरकाशी के लोगों के लिए बीती रात भारी गुजरी। दो जगहों पर बादल फटने से जान-माल का भारी नुकसान हुआ। बादल फटने के बाद मांडो गांव की ओर आए पानी और मलबे के जलजले से बचने के लिए घर से बाहर भागती तीन वर्षीय बच्ची समेत एक परिवार के तीन लोग मलबे में दब गए। मलबे में दबने से माधुरी पत्नी देवानन्द, उम्र 42 वर्ष, रीतू पत्नी दीपक, उम्र 38 वर्ष, ईशू पुत्री दीपक, उम्र तीन वर्ष की मौत हो गई।
वहीं, कंकराड़ी क्षेत्र में एनडीआरएफ ने मोर्चा संभाला रखा है। कंकराड़ी क्षेत्र में दो मकान ध्वस्त होने और एक व्यक्ति के लापता चलने की सूचना है। एनडीआरएफ की टीम रविवार की रात करीब एक बजे कंकराड़ी क्षेत्र में पहुंच गई थी, लेकिन रात में तेज बारिश के बीच पहाड़ी ग्रामीण क्षेत्र में खोज-बचाव कार्य करने में खासी परेशानियों का सामना करना पड़ा।
कंकराड़ी, मुस्टिकसौड़, मानपुर क्षेत्र में रविवार की रात से बिजली आपूर्ति ठप हो गई है। इसके साथ ही संचार सेवा भी ठप पड़ी हुई है। गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग नेताला, सुनगर, रतूड़ी सेरा सहित कई स्थानों पर बधित है, जबकि यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग डाबरकोट, धरासू बैंड, कुथनौर के पास भूस्खलन होने से बाधित है।