Supreme Court : केरल और महाराष्ट्र में ईद के कारण दी गई छूट में भीड़ की वजह से वहां कोरोना के मामलों में तेज़ी से बढ़ोतरी हुई है। केरल की राज्य सरकार ने कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच भी मुस्लमानों के तुष्टीकरण के तौर पर वहां तीन दिन की छूट दी थी। इससे अब वहां रोजाना कोरोना के नए मामले लगातार बढ़ रहे हैं। ऐसे में जहां कोरोना के म्यूटेशन की चिंता बढ़ी है, वहां तीसरी लहर का अंदेशा भी बढ़ गया है। केरल सरकार और सुप्रीम कोर्ट के इस मामले में हस्तक्षेप नहीं करने पर लीगल राइट ऑबजरवेटरी (LRO) ने कहा है कि जहां एक ओर सुप्रीम कोर्ट ने कांवड यात्रा पर कोरोना के चलते रोक लगा दी थी। वहीं ईद पर छूट को वापस लेने के लिए नहीं कहा। उधर दिल्ली बीजेपी नेता कपिल मिश्रा ने भी इसपर सवाल उठाए हैं।
दरअसल ईद से तीन दिन पहले मुस्लिमों को केरल की सरकार ने बाज़ारों में आने जाने और खरीदारी के लिए छूट दी थी। इससे वहां जमकर खरीदारी हुई और खूब भीड़ भी हुई थी। लेकिन इसके कारण अब केरल में कोरोना के मामलों में जबरदस्त उछाल आया है। केरल देश का पहला ऐसा राज्य बन गया है, जहां पिछले 50 दिनों में 20 हज़ार से ज्य़ादा केस आए हैं।मंगलवार को इस राज्य में एक दिन में 22 हज़ार केस सामने आए थे। इससे राज्य के हालात खराब हो गए हैं। जबकि देश में आने वाले कुल मामलों में ये 50 परसेंट मामले हैं। ऐसे में राज्य सरकार के ईद पर छूट देने के फैसले पर तो सवाल खड़े ही हो रहे हैं। साथ में सुप्रीम कोर्ट के भी इसपर कोई फैसला नहीं सुनाने पर लीगल राइट ऑबजरवेटरी (LRO) ने इसपर सुप्रीम कोर्ट पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं। लीगल राइट ऑबजरवेटरी (LRO) ने कहा है कि जहां सुप्रीम कोर्ट ने कांवड यात्रा पर तो स्वयं संज्ञान लिया। वहीं ईद पर छूट को लेकर जानबुझकर देरी से सुनवाई की साथ ही राज्य सरकार को कोई आदेश नहीं दिया।
बीजेपी नेता कपिल मिश्रा ने भी ईद पर छूट को लेकर सवाल उठाया है, उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा कि, केरल की सरकार ने तुष्टिकरण में अंधे होकर अपनी जनता की ही कुर्बानी दी दी सुप्रीम कोर्ट भी बस कांवड़ ही रोकते रह गए।