Olympic Wrestler Seema : टोक्यो ओलिंपिक कुश्ती का मुकाबाला भी शुरू हो गया है। महिलाओं के फ्रीस्टाइल 50 किग्रा वर्ग में भारत की सीमा बिस्ला को ट्यूनीशिया की सारा हमदी से1-3 से हार का सामना करना पड़ा है। ये प्री-क्वार्टर का मैच था। सीमा को ब्रॉन्ज मेडल के लिए अब हमदी के फाइनल में पहुंचने का इंतजार करना होगा वही परिवार ने कहा कि खेल में हार जीत लगी रहती है ओलंपिक तक जाना भी किसी जीत से कम नही है सीमा आगे भी खेलती रहेगी और देश का नाम रोशन करेगी ।
टोक्यो ओलिंपिक की रेसलिंग मैट पर भारत के लिए दिन की शुरुआत अच्छी नहीं हुई है. भारत की सीमा बिस्ला को उनके पहले ही मैच में हार का सामना करना पड़ा है. ट्यूनिशिया की पहलवान सारा हमदी ने महिलाओं के 50 किलोग्राम भार वर्ग में भारत की सीमा बिस्ला को 3-1 से पटखनी दी. इस हार के बाद रेपेचेज के जरिए सीमा के ब्रॉन्ज मेडल जीतने की बची खुची उम्मीद भी खत्म हो गई क्योंकि उन्हें हराने वाली सारा हमदी का सफर क्वार्टर फाइनल में ही थम गया भारत की सीमा और ट्यूनिशिया की सारा के बीच प्री-क्वार्टर फाइनल में जबरदस्त मुकाबला देखने को मिला. पहले राउंड में सारा ने 1-0 की लीड ले ली. दूसरे राउंड में उतरते ही सीमा ने उसकी बराबरी की. लेकिन फिर आखिरी लम्हों में लगाया सीमा बिस्ला का एक दांव उन्हीं पर उलटा पड़ गया. और ट्यूनिशियाई पहलवान को 2 पॉइंट मिल गए. इस तरह 3-1 से भारतीय पहलवान को हार का सामना करना पड़ा।
भारत की सीमा बिस्ला ने पहली बार ओलिंपिक के लिए क्वालिफाई किया था. इससे पहले वो कॉमनवेल्थ और एशियाड, नेशनल कुश्ती प्रतियोगिताओं में देश को मेडल दिला चुकी हैं लेकिन ओलिंपिक में चूकती दिख रही हैं. रोहतक के छोटे से गांव गुढान में 1993 में जन्मी सीमा अपने 5 भाई बहनों में सबसे छोटी हैं. उन्हें बचपन से ही कुश्ती का शौक था. सीमा ने अपने कश्ती के बल पर नेशनल और इंटरनेशनल पदक जीते, जिसकी बदौलत उन्हें हरियाणा सरकार में सीनियर कुश्ती कोच के पद पर नौकरी मिली. सीमा ने इंजरी के बाद रिटायरमेंट का मन बना लिया था. लेकिन फिर अपने उन इरादों को बदलते हुए उन्होंने न सिर्फ वापसी की बल्कि टोक्यो का टिकट भी कटाया था
वही परिवार ने कहा कि खेल में हार जीत लगी रहती है ओलंपिक तक जाना भी किसी जीत से कम नही है सीमा आगे भी खेलती रहेगी और देश का नाम रोशन करेगी गौरतलब है कि सीमा बिसला के पिता कैंसर रोग से पीड़ित है।
2021-08-06