Olympic Players : गरीब परिवारों के खिलाड़ियों ने लहराया ओलंपिक में झंडा

Olympic Players : भारत ने ओलंपिक में अभी तक का सबसे बेहतर प्रदर्शन किया है। लेकिन ओलंपिक में भारत का झंडा फहराने वाले ज्य़ादातर खिलाड़ी गरीब और किसान परिवारों से संबंध रखते हैं। जहां हॉकी खिलाड़ी सलीमा टेटे के घर टीवी भी नहीं है, वहीं दूसरी खिलाड़ी नेहा गोयल की माता ने उन्हें दूसरों के घरों में झाडू पोंचा लगाकर पाला है। सेमीफाइनल तक पहुंचने वाले रेसलर दीपक पुनिया के पिता दूसरों के घरों में दूध पहुंचाते हैं। तब जाकर पुनिया के घर का खर्चा चलता है। इसी तरह देश को सिल्वर मेडल दिलाने वाली मीराबाई चानू के पिता भी दूसरों के खेतों में मज़दूरी करते हैं।
हर खिलाड़ी की कहानी
भारत का झंडा ओलंपिक में लहराने वाले ज्य़ादातर खिलाड़ियों की कहानियां बहुत ही अलग अलग है। जहां हरियाणा के एथलीट संदीप कुमार के पिता गांव में बकरी चराते हैं और दूसरे के खेतों में मजदूरी कर घर चलाते हैं। वहीं झारखंड की हॉकी प्लेयर सलीमा टेटे के पिता और बहनें मजदूरी कर पेट भरने लायक इंतज़ाम करती हैं। उनके घर तो ओलिंपिक देखने के लिए टीवी नहीं था, बाद में CM के कहने पर उनके घर टीवी लगा है। इसी तरह हरियाणा की हॉकी प्लेयर नेहा गोयल की मां ने तो लोगों के घरों में झाड़ू-पोंछा करके तीन बेटियों को पाला है और इसमें से नेहा ने पूरे गांव और देश का नाम दुनियाभर में रोशन किया।
इसी तरह हरियाणा की हॉकी प्लेयर निशा वारसी के पिता लोगों के कपड़े सिलते हैं। कपड़े सिलकर जो पैसे उन्हें मिलते थे, उसी से घर और निशा को हॉकी खेलना सिखाया। देश के लिए ओलंपिक में शूटिंग टीम का हिस्सा रहेसंजीव राजपूत के पिता फास्ट फूड की रेहड़ी लगाते थे। अब जाकर उन्होंने रेहड़ी लगाना बंद किया है। लेकिन संजीव ट्रेनिंग रेहड़ी की कमाई से ही हुई है।

कप्तान रानी रामपाल
हॉकी की कप्तान रानी रामपाल के पिता पहले घोड़ागाड़ी चलाकर घर पालते थे। घोड़ाघाड़ी की कमाई से ही रानी का घर चला करता था। हालांकि अब रानी रामपाल के पिता ने घोड़ागाड़ी चलानी बंद कर दी है। मैडल विजेता हरियाणा के रवि दहिया का परिवार किसानी करता है और अब उनके हालत सुधरने शुरू हुए हैं। अब जाकर रवि दहिया के परिवार को लोग सम्मान दे रहे हैं। नहीं तो ये छोटे किसान का परिवार अपनी रोजी-रोटी में ही परेशान रहता था।
हरियाणा और पंजाब के किसानों के परिवारों ने सबसे ज्य़ादा ओलंपिक में भागीदारी की है। चाहे वो रजत पदक विजेता रवि दहिया हो, ब्रॉन्ज जीतने वाली हॉकी टीम के पंजाब हरियाणा के ज्य़ादातर खिलाड़ी भी किसान परिवारों से संबंध रखते हैं। कुल 128खिलाड़ियों में 50 खिलाड़ी तो इन दोनों राज्यों से ही थे।

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