Kabul Airport Blast : ISIS के काबुल हमले में 12 अमरिकी कमांडो समेत 80 की मौत

अफगानिस्तान के काबुल एयरपोर्ट पर एक बड़ा आतंकी हमला हुआ है, ISIS के आतंकियों ने काबुल एयरपोर्ट के बाहर दो से ज्य़ादा बम धमाके किए। इसमें 80 लोगों की मौत हो गई है, जिनमें 12 अमरिकी सैनिक भी शामिल है।

Kabul Airport Blast : जैसे की आशंका जताई जा रही थी कि काबुल एयर पोर्ट पर हमला हो सकता है। वैसा ही हुआ भी काबुल एयरपोर्ट पर ना सिर्फ हमला हुआ, बल्कि उसमें 10 अमरिकी सैनिकों की मौत भी हो गई। काबुल हवाईअड्डे के बाहर गुरुवार देर शाम एक के बाद एक हुए दो बम धमाकों में कम से कम 80 लोगों की मौत हो गई। मरने वालों में कई बच्चे और महिलाएं भी शामिल हैं। हमले में अमेरिकी सुरक्षा कर्मियों और तालिबान के गार्ड समेत 70 से अधिक लोग घायल हुए हैं। पेंटागन ने 12 अमरिकी कमांडो के मारे जाने की पुष्टि की है। जबकि 15 घायल हैं। हमला ISIS के खुरासान ग्रुप ने हमले की जिम्मेदारी ली है।

अमेरिका ने कल ही अलर्ट जारी किया था कि एयरपोर्ट के बाहर हमला हो सकता है। लिहाजा उसने अपने नागरिकों को वहां से हटाने के लिए चेतावनी जारी दी गई थी। आज शाम को एक धमाका हुआ, जिसमें करीब 13 लोग मारे गए हैं। इसके बाद ही तुरंत फ्रांस ने दूसरे हमले का अलर्ट जारी कर दिया है। भारत सरकार भी स्थिति पर नज़र रखे हुई है। सूत्रों के मुताबिक जिस समय धमाका हुआ, वहां कोई भी भारतीय मौजूद नहीं था। भारत ने अपने सभी नागरिकों को वहां से पहले ही हटा दिया था।

रशियन मीडिया के मुताबिक, आतंकी संगठन ISIS ने काबुल एयरपोर्ट पर हमले की जिम्मेदारी ली है। उसने फिदायीन हमलावर का फोटो भी जारी किया है।

दूसरे हमले से पहले ही अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन को धमाके के बारे में जानकारी दी गई। बताया जा रहा है कि जहां धमाका हुआ वहां ब्रिटेन के सैनिक भी मौजूद थे। कहा जा रहा है कि धमाके के साथ साथ वहां अमेरिकी सैनिकों पर गोलीबारी भी की गई है। हालांकि ये अभी साफ नहीं हुआ है कि वहां क्या हुआ है। जहां पहला धमाका एयरपोर्ट के पूर्वी गेट पर हुआ, तो दूसरा धमाका बैरन होटल के पास हुआ है। सूत्रों के मुताबिक इस हमले में चार अमेरिकी घायल हुए हैं। तालिबान ने इससे पहले 31 अगस्त अमेरिकी सैनिकों को अफगानिस्तान खाली करने के लिए कहा था। इसे एक तरह से अमेरिका को धमकी माना जा रहा था।

धमाके के बाद अमेरिकी एंबेसी में अलर्ट जारी कर दिया है और अपने नागरिकों को वहां से हटने के लिए दोबारा चेतावनी दी है। आशंका जताई जा रही है कि धमाका बहुत ही बढ़ा था, लिहाजा मरने वालो की संख्या बढ़ सकती है। उधर अल जजीरा चैनल ने भी 10 लोगों की मौत की पुष्टि की है।

15 अगस्त को तालिबान आतंकियों का काबुल पर कब्जा

15 अगस्त को अचानक से तालिबानियों ने काबुल पर कब्जा कर लिया। इसके बाद वहां से अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी भाग गए थे। जबकि अमेरिकी फौजियों ने एयरपोर्ट को अपने नियंत्रण में ले लिया था। एयरपोर्ट के भीतर ही अमेरिका समेत फ्रांस, ब्रिटेन और भारत की अंबेसी से संबंधित अधिकारी हैं। जोकि वहां से अपने अपने देश के नागरिकों को निकालने के काम में लगे हुए हैं। हालांकि एयरपोर्ट के बाहर अफगानिस्तान से भागने वाले आम अफगानियों की भी भारी भीड़ है। जिसे एयरपोर्ट के बाहर ही रोका गया है। इस भीड़ को हटाने के लिए तालिबान ने कई बार कोशिश भी की है। लेकिन अभी भी एयरपोर्ट के बाहर भारी भीड़ जमा है।

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