इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट मैच में भारतीय टीम के हाथों से मैच निकलने की आशंका काफी बढ़ गई है। दूसरे दिन तक भारत पर इंग्लैंड ने 345 रन की लीड ले ली है। अभी मैच में तीन दिन का खेल और बचा है और भारत के पास मैच बचाने की मुश्किलें बढती जा रही है।
India vs Eng: भारत और इंग्लैंड के बीच लीड्स के हेडिंग्ले में तीसरे टेस्ट मैच में भारत का खराब प्रदर्शन जारी है। पहले पहली पारी में 78 रन पर पूरी टीम आउट हो गई और उसके बाद अब इंग्लैंड ने आठ विकेट पर 423 रन बनाकर 345 रन की लीड ले चुकी है। लिहाजा भारत के लिए मैच बचाने के चांस लगातार कम हो रहे हैं। जहां मैच में भारतीय कप्तान विराट कोहली ने महज 7 रन बनाए थे। वहीं इंग्लैंड के कप्तान जो रूट्स ने 121 रन बनाए। भारत की ओर से मो. शमी ने 3 विकेट लिए, जबकि सिराज और रविंद्र जड़ेजा ने 2-2 विकेट लिए। बुमराह को एक विकेट मिला
रोरी बर्न्स व हसीब ने अपनी टीम को पहली पारी में अच्छी शुरुआत दिलाई थी। दोनों के बीच पहले विकेट के लिए 135 रन की साझेदारी की थी। इस साझेदारी को मो. शमी ने रोरी को 61 रन पर आउट करके तोड़ा दिया था। रवींद्र जडेजा ने 68 रन पर हसीब हमीद को आउट कर टीम इंडिया को दूसरी सफलता दिलाई थी। डेविड मलान ने 70 रन की शानदार पारी खेली और मो. सिराज ने उन्हें आउट किया। जानी हालांकि इसके बाद बेयरस्टो ज्यादा टिक नहीं पाए और मो. शमी ने 29 रन पर कोहली के हाथों जबकि जोस बटलर को 7 रन पर इशांत शर्मा के हाथों कैच आउट हो गए।
इंग्लैंड के कप्तान जो रूट का शानदार फॉर्म जारी है। उन्होंने सीरीज में अपना तीसरा शतक जमाया। उन्होंने बेहतरीन121 रन बनाए। उन्होंने अपने टेस्ट करियर में अब तक 23 शतक बना लिए हैं।
पहले दिन जिस तरह गेंद स्विंग और सीम हो रही थी, दूसरे दिन वैसा कुछ भी देखने को नहीं मिला। जब तक बल्लेबाजों ने गलती नहीं कि भारत को विकेट नहीं मिला। हालांकि माना जा रहा है कि इन परिस्थितियों में भारत के ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन कारगर हो सकते थे। अश्विन बल्लेबाजों को लगातार दबाव में रखते हैं अगर बल्लेबाज बहुत अनुभवी न हो तो उसका विकेट काफी जल्दी झटक लेने की क्षमता उनमें हैं। जब तेज गेंदबाज विकेट नहीं ले पा रहे हों तो ऐसे में टीम में विकेट टेकिंग स्पिनर का होना जरूरी है।