तालिबान आतंकियों के अफगानिस्तान पर कब्जे के बाद अब दुनिया की बड़ी चिंता इस बात को लेकर है कि जो अमरिकी हथियार तालिबान ने कब्जा लिए हैं, उनका वो क्या इस्तेमाल करेगा, तालिबान के पास अब 200 अमेरिकी हवाई जहाज और हैलिकॉप्टर हैं। 6 लाख छोटी बड़ी बंदुकें हैं।
Taliban captured Apache helicopters: दुनिया का सबसे खतरनाक हैलिकॉप्टर अपाचे अब तालिबान के पास आ गया है। वो भी एक दो नहीं, बल्कि दुनिया में जितने भी ब्लैक हॉक अपाचे है, उसके लगभग 85 प्रतिशत अपाचे हैलिकॉप्टर अब तालिबान चलाएगा। अफगानिस्तान में आर्मी इक्यूपमेंट खरीदने वाले डिपार्टमेंट को हेड करने वाले एक अधिकारी के मुताबिक अफगानिस्तान में तालिबान के पास अब 75 हज़ार से ज्य़ादा अमेरिकन आर्मी विहिकल्स है। यानि तालिबान के पास इतना गोला बारुद है कि वो किसी एक देश को आसानी से नष्ट कर सकता है। जानकारों के मुताबिक लगभग 60 अमरिकी ब्लैक हॉक अपाचे हैलिकॉप्टर्स अब तालिबान के कब्जे में आ चुके हैं। इनमें से कितने ऑपरेशनल हैं, ये कहना मुश्किल हैं। लेकिन लड़ाई में दुनिका का सबसे ख़तरनाक हैलिकॉप्टर अपाचे को माना जाता है। हाल ही में भारत सरकार ने भी अमरिका से इस हैलिकॉप्टर को खरीदा था।
अफगानिस्तान में अमरिकन आर्मी इक्यूपमेंट विभाग में काम करने वाले इस अधिकारी के मुताबिक, हमें नहीं पता कि जो बाइडेन प्रशासन की अनदेखी की वजह से तालिबान के कब्जे में 85 बिलियन डॉलर के हथियार हैं। जिसमें 75 हज़ार तो व्हीकल्स हैं। 200 से ज्य़ादा एयरोप्लेन और हेलीकॉप्टर्स हैं, 6 लाख से ज्य़ादा छोटे और बड़े हथियार हैं। तालिबान के पास अब इतने ब्लैक हॉक हैलिकॉप्टर हैं, जितने की दुनिया में 85 परसेंट देशों के पास नहीं हैं। तालिबान के पास अब सिर्फ हथियार ही नहीं, बल्कि नाइट विजन चश्मे, बुलेटफ्रुफ जैकेट, दवाइयां, इसके साथ साथ उनके पास वो बॉयो मैट्रिक्स डिवाइस भी हैं। जिनमें उन लोगों का डेटा है, जोकि अफगानिस्तान में अमेरिकी फौजों की मदद कर रही थी। इन डिवाइस में इन मदद करने वालों के फिंगर प्रिंट्स, आई स्कैन और पूरा बॉयोडेटा है। लेकिन हैरानी की बात ये है कि जो बाइडेन प्रशासन के पास अभी तक इस बात का कोई प्लान नहीं है कि वो इन उपकरणों को वापस कैसे लाएगा।