बारिश और भूस्खलन से बद्रीनाथ हाईवे जगह-जगह हुआ बंद
हाईवे किनारे खड़ी मशीनों के ऊपर भी गिरा मलबा
रुद्रप्रयाग में देर रात से जारी है बारिश
अलकनंदा व मंदाकिनी नदियों का जल स्तर बढ़ा
मुख्यालय स्थित बेलणी पुल के नीचे शिव की मूर्ति हुई जल मग्न
Landslide in Uttarakhand: रुद्रप्रयाग जनपद में देर रात से लगातार बारिश जारी है। बारिश के बाद भूस्खलन होने से बद्रीनाथ हाईवे जगह-जगह बंद हो गया है। जिस कारण हाईवे पर आवाजाही बंद होने से लोग जगह-जगह फंस गये हैं। बद्रीनाथ हाईवे पर भूस्खलन होने से आल वेदर रोड़ का कार्य कर रही कार्यदायी संस्थाओं के उपकरणों को भी भारी क्षति पहुंची है। कई जेसीबी एवं पोकलैंड मशीनों को क्षति पहुंची है। राजमार्ग के कई जगहों पर बंद होने से सैकड़ों वाहन फंसे हुए हैं। वहीं दूसरी ओर मंदाकिन एवं अलनकंदा नदियों का जल स्तर काफी बढ़ गया है। जिला मुख्यालय रुद्रप्रयाग के बेलणी पुल के नीचे स्थित शिव की मूर्ति भी जल मग्न हो चुकी है। नदियों का जल स्तर बढ़ने से आवासीय भवनों को भी खतरा पैदा हो गया है।
रुद्रप्रयाग जनपद में देर रात से बारिश जारी है। बारिश के कारण बद्रीनाथ हाईवे सिरोबगड़, नरकोटा, शिवनंदी आदि डेंजर जोनों पर भूस्खलन होने के कारण बंद है। लोग सुबह से ही हाईवे पर फंसे हुये हैं और हाईवे खुलने का इंतजार कर रहे हैं। लगातार तेज मूसलाधार बारिश होने के कारण हाईवे को खोलने में भी दिक्कतें हो रही हैं। नरकोटा में पहाड़ी से भारी मात्रा में भूस्खलन होने के कारण हाईवे किनारे खड़े कार्यदायी संस्था की जेसीबी, पोकलैंड मशीनों को भी क्षति पहुंची है। मशीनों के ऊपर पहाड़ी से भारी मात्रा में मलबा एवं बोल्डर गिरा है। राजमार्ग के देर रात बंद होने के बावजूद विभाग की मशीने मलबा साफ करने के लिए सुबह साढ़े आठ बजे पहुंची। इसके बाद नरकोटा और सिरोबगड़ में राजमार्ग को खोलने का कार्य शुरू किया गया, लेकिन ऊपरी पहाड़ी से लगातार हो रहे भूस्खलन से राजमार्ग खोलने में दिक्कतें हो रही हैं। बद्रीनाथ हाईवे के जगह-जगह बंद होने से सैकड़ों वाहन राजमार्ग पर फंसे हुए हैं। वहीं दूसरी ओर चमोली और रुद्रप्रयाग जिले के ऊंचाई वाले इलाकों में देर रात हुई मूसलाधार बारिश के कारण अलकनंदा व मंदाकिनी नदियों का जल स्तर काफी बढ़ गया है। रुद्रप्रयाग जिला मुख्यालय के बेलणी पुल के नीचे स्थित शिव की मूर्ति भी जल मग्न हो चुकी है। ऐसे में लोगों के आवासीय भवनों को भी खतरा पैदा होने लगा है। लोगों को भय सता रहा है कि कई अलनकंदा नदी का जल स्तर बढ़ने से उनके आवासीय भवनों को कोई खतरा उत्पन्न न हो जाय। जिले में अभी भी लगातार बारिश हो रही है और ग्रामीण इलाकों में जनजीवन खासा प्रभावित हो रहा है।
2021-09-07