Adulterated Honey: theekhabar.com Investigation part2
देश में शहद का उत्पादन 1 लाख मैट्रिक टन से कम
इसमें से 60 मैट्रिक टन का हो जाता है एक्सपोर्ट
घरेलू ग्राहकों के लिए बचे शहद में मिलावट करके बेचा जाता है शहद
Adulterated Honey: देश में शहद में मिलावट को रोकने के उपायों में सरकार के ढीले ढाले रवैये की वजह से आम ग्राहकों को मिलावटी शहद खाना पड़ रहा है। इस बारे में theekhabar.com की इंवेस्टिगेशन में मालूम चला है कि देश में किसानों के उत्पादन का ट्रैकिंग मैनेजमेंट नहीं होने की वजह से उत्पादन का कोई प्रमाणिक आंकड़ा उपलब्ध नहीं है। इसकी वजह से कितनी मात्रा में मिलावटी शहद बेचा जा रहा है। इसका अंदाजा नहीं लग पा रहा है। दिसंबर में CSE ने भी अपनी रिपोर्ट में भी देश में बिक रहे मिलावटी शहद के बारे में बताया था।
नेशनल बी बोर्ड के मुताबिक देश में करीब 15.59 लाख बी कॉलोनीज़ हैं। जिनसे देश में शहद का उत्पादन 1.25 लाख मैट्रिक टन शहद का उत्पादन होता है। इसमें से करीब आधा शहद करीब 60 हज़ार मैट्रिक टन एक्सपोर्ट हो जाता है। हालांकि इस हनी पर NMR टेस्ट आवश्यक है। जबकि भारत में घरेलू कंपनियों को शहद बेचने के लिए इस NMR टेस्ट से छूट है। लेकिन ये उत्पादन का आंकड़ा इन रिजस्टर्ड बीकीपर्स से नहीं आता बल्कि ये एक्सपोर्ट और घरेलू खपत को जोड़कर आता है। इसी वजह से देश में कितना मिलावटी शहद बिक रहा है। इसकी पता नहीं चल पाता है।
सूत्रों के मुताबिक देश में शहद का उत्पादन एक लाख मैट्रिक टन से कम है। इसमें से करीब 60 हज़ार मैट्रिक टन एक्सपोर्ट हो जाता है। जबकि बाकी कौन सा शहद है? जोकि बाज़ार में बिक रहा है।
देश में शहद उत्पादन में नंबर एक पंजाब में शहद का उत्पादन गिरा है। पिछले एक साल में यहां 10 परसेंट से ज्य़ादा शहद का उत्पादन गिर गया है। पंजाब बीकीपर एसोसिशन से जुड़े हुए बीकीपर कुलविंदर सिंह के मुताबिक पंजाब में शहद उत्पादन घटा है, उत्पादन में करीब 10 से 15 परसेंट उत्पादन में कमी आई है। लेकिन एक्सपोर्ट के लिए NMR टेस्ट जरुरी होने के बाद रेटों में दोगुनी से ज्य़ादा की बढ़ोतरी हो गई है। इसी तरह राजस्थान में बीकीपिंग करने वाले राजेंद्र सिंह के मुताबिक उनके राज्य में कीमतों में बढ़ोतरी के बाद उत्पादन बढ़ा है। राजस्थान में भी कोटा, भरतपुर जैसे इलाकों में शहद का उत्पादन बड़ी मात्रा में होता है।