Punjab Congress: पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के कांग्रेस छोड़ने की घोषणा के बाद अब पंजाब की कांग्रेस सरकार पर संकट आ गया है। काफी विधायक कैप्टन अमरिंदर सिंह के संपर्क में हैं और फ्लोर टेस्ट होने पर पंजाब की कांग्रेस सरकार गिर भी सकती है।
कांग्रेस के कुछ नेताओं का मानना है कि कैप्टन अमरिंदर सिंह के करीबी दो दर्जन विधायक ज्यादा विधायक उनके साथ हैं, और सरकार कभी भी गिर सकती है। ऐसे में चुनावों तक राज्य में राष्ट्रपति राज लगने का खतरा पैदा हो गया है।
कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक इस मुद्दे को लेकर आज कई विधायकों ने सीनियर मंत्रियों के साथ जहां बैठकें कीं हैं। वहीं कैप्टन अमरिंदर सिंह के समर्थक और उनके करीबी विधायकों पर भी नजर रखी जा रही है। एक वरिष्ठ विधायक ने बताया कि विधायकों में सरकार गिरने की चिंता तो है ही, लेकिन राष्ट्रपति शासन में चुनाव होने से कांग्रेस को काफी मुश्किलें हो सकती हैं।
उधर, पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने अपने ट्विटर पेज की प्रोफाइल से कांग्रेस (Congress) का नाम हटा दिया है। इस तरह कैप्टन ने कांग्रेस से अपना लंबा रिश्ता तोड़ने का इशारा साफ तरह से दे दिया है।
दिल्ली से लौटने के बाद चंडीगढ़ अंतरराष्ट्रीशय एयरपोर्ट पर मीडिया से बात करते हुए कैप्टन अमरिंदर सिंह ने फिर कहा कि वो कांग्रेस छोड़ रहे हैं, हालांकि उन्होंने ये भी कहा कि वो बीजेपी में नहीं जा रहे हैं। एक सवाल के जवाब में कैप्टन ने यह बताने से मना कर दिया कि उनके साथ कितने विधायक हैं जो कांग्रेस छोड़कर जा रहे हैं। उन्होंने इतना जरुर कहा कि जब कोई पार्टी विधानसभा में बहुमत खो देती है तो फ्लोर टेस्ट करवाना स्पीकर का काम होता है।
उन्होंने कांग्रेस को एक डूबता जहाज बताया और कहा कि पार्टी में वरिष्ठ नेताओं को कोई नहीं सुनता। उनकी पूरी तरह से अनदेखी की जा रही है। कैप्टन ने कहा कि पंजाब के हित में उनके सामने जो विकल्प हैं वह अब भी उन पर सोच रहे हैं। उनके लिए राज्य की सुरक्षा सबसे ऊपर है। उनका कहना था, ‘मैं इस प्रकार का अपमान नहीं सह सकता हूं। मेरे सिद्धांत और मान्यताएं जो उन्हें कांग्रेस में रहने की इजाजत नहीं देते।’
2021-10-01