Hindus killing in Kashmir: मुस्लिम आतंकियों ने गुरुवार को श्रीनगर के एक सरकारी स्कूल में चुनकर एक हिंदु और एक सिख अध्यापक को लाइन में खड़ा कर गोली मार दी। उन्हें मारने से पहले उनके पहचानपत्र देखे गए थे। पिछले दो दिनों में पांच लोगों की हत्या कर दी गई है। इनमें से तीन हिंदु हैं और एक सिख है। इससे पहले आतंकवाद के दौर में मुस्लिम आतंकियों ने घाटी को हिंदुओं से खाली कराने के लिए इसी तरह हज़ारों लोगों को मार दिया था और रातों रात जान बचाने के लिए लाखों लोग कश्मीर घाटी से भाग आए थे।
मृतकों में एक श्रीनगर की रहने वाली प्रिंसिपल सुपिंदर कौर हैं, जबकि दूसरे शिक्षक दीपक चंद हैं। इन दोनों हत्याओं की जिम्मेदारी लश्कर-ए-तैयबा के द रजिस्टेंस फ्रंट (टीआरएफ) ने ली है। दोनों अध्यापक श्रीनगर के डाउन-टाउन में ईदगाह के पास संगम स्थित गवर्नमेंट ब्वायज हायर सेकेंडरी स्कूल में बच्चों को पढ़ाते थे।
वारदात के समय स्कूल में करीब 18 अध्यापक और छह अन्य कर्मचारी भी थे, लेकिन आतंकियों ने पहले हिंदु और सिख शिक्षक की पहचान की और फिर उन्हें गोली मारी। स्कूल में मौजूद एक अध्यापक ने अपना नाम न छापने की शर्त पर बताया कि करीब 11 बजे हम सभी 10वीं और 12वीं की वार्षिक बोर्ड परीक्षा की तैयारियों के लिए कांफ्रेंस हाल में जमा थे। इसी दौरान तीन से चार आतंकी आ गए। उन्होंने हम सभी को एक जगह लाइन में खड़ा किया। आतंकियों ने सभी के मोबाइल फोन और पहचान पत्र लिए। फिर उन्होंने प्रिंसिपल सुपिंदर कौर और शिक्षक दीपक चंद को अलग कर दिया। दोनों को वह अपने साथ आंगन में लेकर गए और बाकियों को दूसरे कमरे में जाने के लिए कहा। बाद में दोनों को मारकर वो चले गए। हम सभी डर के मारे जहां थे, वहीं पर खड़े रह गए थे। गोलियों की आवाज सुनकर आसपास से कुछ लोग भीतर आए तो हमारे अंदर भी हिम्मत आई और हमने उन्हें अस्पताल पहुंचाया।
इससे पहले कल भी आतंकियों ने श्रीनगर के मशहूर केमिस्ट एमएल बिंद्रू की भी गोलीमार हत्या कर दी थी। साथ ही एक गोल गप्पे बेचने वाले दलित हिंदु की भी हत्या कर दी थी। इसको लेकर केंद्रीय गृह मंत्रालय ने एक बैठक बुलाई थी। जिसमें पुलिस इंटेलिजेंस और जम्मू-कश्मीर के बड़े अधिकारी शामिल हुए।
2021-10-07