#WhokilledLavanya: राष्ट्रीय बाल संरक्षण आयोग (NCPCR) के चेयरमैन प्रियंक कानूनगो (Priyank Kanoongo) आयोग की टीम के साथ तमिलनाडु के तंजावुर में एक बच्ची की आत्महत्या की जांच के लिए पहुंच गए है। इस मामले की जांच के लिए फैक्ट फाइंडिंग टीम के साथ एनसीपीसीआर के चेयरमैन प्रियंक कानूनगो खुद गए हैं। इसके लिए उन्होंने स्थानीय स्तर पर लोगों से मुलाकात भी की है और जिन लोगों को इस बारे में जानकारी थी उन लोगों को मिलने के लिए भी बुलाया था। दरअसल जिस बच्ची की मौत हुई है, उसे एक मिशनरी स्कूल के जबरदस्ती ईसाई बनाने के दबाव को लेकर पेस्टिसाइड पी लिया था, बाद में इस बच्ची की मौत हो गई थी।
इस मामले को लेकर सोशल मीडिया से लेकर सड़कों तक पर प्रदर्शन हो रहे हैं। काफी बड़ी संख्या में लोगों ने आयोग को भी लिखा था। साथ ही बच्ची का मामला होने के बावजूद राज्य सरकार इस मसले पर असंवेदनशील बनी हुई है। बच्ची ने मरने से पहले अपना एक वीडियो रिकॉर्ड किया था, जोकि बाद में सोशल मीडिया पर काफी वायरल भी हुआ था। साथ ही स्थानीय बीजेपी ने भी इस मामले की जांच के लिए आवाज उठाई थी, लेकिन तमिलनाडु की स्टालिन सरकार ने इस मांग को नजरअंदाज कर दिया था। इसके बाद एनसीपीसीआर ने एक फेक्ट फाइंडिंग टीम का गठन किया, जोकि फिलहाल तंजावुर में पहुंची हुई है।