Kairana voting: पश्चिमी उत्तर प्रदेश की कैराना सीट पर सुबह से ही वोटिंग के लिए पोलिंग बूथ पर लंबी-लंबी कतारें लगी हुई हैं। यह सीट वो सीट है, जहां से गृह मंत्री अमित शाह ने इस बार यूपी का चुनाव प्रचार शुरू किया था। इस सीट पर पलायन का मुद्दा बड़ा मुद्दा है, जो कि पूरे उत्तर प्रदेश पर असर करता है। इस सीट पर लगी हुई लंबी लंबी कतारें यह साफ बताती है कि यहां लड़ाई एक-एक वोट की है।
जहां इस बार फिर बीजेपी की उम्मीदवार मृगांका सिंह है, वही उनके सामने गैंगस्टर एक्ट में जेल में बंद नाहिद हसन है। जिनको पलायन के पीछे सबसे बड़ा कारण बताया जाता रहा है। पिछली बार इस विधानसभा सीट पर बाबू हुकुम सिंह के भतीजे अनिल चौहान ने भी नाराज होकर चुनाव लड़ा था और लगभग 20000 वोट भी लिए थे। इसकी वजह मृगांका सिंह चुनाव हार गई थी। लेकिन इस बार पूरा परिवार एकजुट होकर नाहिद हसन के खिलाफ खड़ा है और दूसरी और खुद नाहिद हसन जेल में है। लिहाजा मृगांका के लिए चुनाव पिछली बार के मुकाबले कुछ बेहतर दिख रहा है। इसीलिए मृगांका ने कहा कि इस बार पूरा परिवार एकजुट होकर चुनाव लड़ रहा है। लिहाजा इस बार कैराना में कमल का फूल खिलेगा। इस सीट पर सबसे ज्यादा मेहनत बीजेपी संगठन ने भी की है। यहां लगातार बैठकों का दौर और कार्यकर्ताओं को मजबूत बनाने का दौर चलता रहा। खुद मेरठ प्रांत कार्यालय से सबसे ज्यादा बार इसी सीट पर मूवमेंट रही है। इसी वजह से यहां बीजेपी की ओर से व्यवस्था पूरी चाक चौबंद रही है। दूसरी ओर पूरी विधानसभा सीट पर वोटिंग के लिए हिंदू और मुस्लिमों में काफी उत्साह है।