Exclusive Kejriwal liquor policy: पंजाब में विधानसभा चुनाव में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Delhi Chief Minister Arvind Kejriwal) नशे को लेकर बड़े-बड़े दावे कर रहे हैं, जहां वह दूसरे दलों के नेताओं पर नशा फैलाने का आरोप लगा रहे हैं, वहीं दूसरी ओर दिल्ली में आम आदमी पार्टी (Aam Admi Party) की सरकार ने राजधानी दिल्ली (Delhi) में शराब की नदियां बहा दी हैं।
दिल्ली में शराब के ठेकों पर लंबी लंबी लाइनें लगी हुई है। शराब की दुकानें जहां-जहां हैं, उनके आसपास ट्रैफिक जाम हो गया है, क्योंकि दिल्ली में शराब की एक बोतल के साथ दूसरी फ्री मिल रही है, यानी कहा जाए कि शराब के दाम अचानक लगभग आधे हो गए हैं। इस ऑफर की वजह से दिल्ली में शराब पीने वाले ठेकों पर लाइन लगाकर कई कई बोतल शराब खरीद रहे हैं। कई लोग तो ऐसे हैं जो कई घंटों तक लाइनों में लगकर पूरी पूरी पेटियां घर ले जा रहे हैं। कई गरीब लोगों की महीने भर की कमाई इस शराब के ऑफर में चली गई है। ऐसे में गरीब लोगों के परिवार वाले पूरे महीने क्या खाएंगे, यह बड़ा सवाल खड़ा हो गया है?
बदरपुर बॉर्डर पर एक पेटी ले जा रहे व्यक्ति ने बताया कि, यहां पर शराब की कीमत करीब 30 से 35 परसेंट कम हो गए है। लिहाजा वह ₹10000 रुपए की शराब खरीद कर ले जा रहा है, जोकि लगभग अगले 2 महीने का उसका गुजारा चलाएगी। ऑटो चलाने वाले अनिल ने इस व्यक्ति की महीने की कमाई का लगभग 70 परसेंट इसने शराब खरीदने में लगा दिया है। ऐसे में जब हमने इससे पूछा कि परिवार कैसे चलेगा तो उसने कहा कि वह हो जाएगा। हालांकि बहुत बोलने पर ये फोटो खिंचवाने को तैयार हुआ।
इसी तरह दिल्ली के अलग-अलग इलाकों में टैक्सी चलाने वाले, रिक्शा चलाने वाले और मज़दूर अपनी पूरे महीने की कमाई शराब में झोंक रहे हैं। इससे पूरी दिल्ली में अगले कुछ महीने तक शराब की खपत बहुत बढ़ जाएगी, क्योंकि लोगों के पास अपने घर में शराब का बड़ा स्टॉक मौजूद होगा। ऐसे में लोग ज्यादा शराब पीएंगे।
इसपर दिल्ली बीजेपी के प्रवक्ता आदित्य झा ने theekhabar.com को बताया कि हम लोग दिल्ली को एक सुरक्षित स्थान देखना चाहते हैं, वो अब अवैध शराब की राजधानी के तौर पर दिख रही है। शराब की इस नई नीति से लोग शराब खरीदने के लिए अवैध काम तो करेंगे ही, साथ ही जिस तरह से इतनी बड़ी मात्रा में शराब लेकर जा रहे हैं। ये भी गैर कानूनी है। आप एक सीमा से ज्य़ादा ना तो शराब नहीं खरीद सकते। लेकिन केजरीवाल के राज में लोगों के घरों में शराब की पेटियां जा रही हैं।
दरअसल नई शराब नीति के तहत दिल्ली सरकार ने जहां शराब की कीमतों में कमी कर दी है। वहीं दिल्ली का पूरा शराब कारोबार निजी हाथों में दे दिया है। इसके साथ ही दिल्ली में 849 शराब की दुकानें खोलने की मंजूरी भी दे दी है।