How Malik became a millionaire: जिस नवाब मलिक को लेकर महाराष्ट्र से लेकर पूरे देश में विपक्ष सवाल खड़े कर रहा है, वो नवाब मलिक पहले एक कबाड़ी था, कबाड़ का धंधा करते करते नवाब मलिक ना सिर्फ महाराष्ट्र में मंत्री बने, बल्कि कई मुद्दों को उठाकर नवाब मलिक ने महाराष्ट्र की राजनीति में ख़ासी जगह बना ली। लेकिन बड़ी बात ये है कि ये सबकुछ नवाब मलिक के जीवन में 1993 के मुंबई ब्लॉस्ट के बाद हुआ था। जब दाऊद इब्राहिम मुंबई से दुबई भाग गया था। ईडी इसी दाऊद और नवाब मलिक के कनेक्शन की पड़ताल कर रही है। इन ब्लॉस्ट में 250 लोग मारे गए थे। इन्हीं सब मुद्दों पर मलिक को ईडी ने सुबह उनके घर से उठाया और तकरीबन 8 घंटे की कड़ी पूछताछ के बाद प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया।
दाऊद के साथ संबंधों के लगते रहे हैं आरोप
दाऊद इब्राइम यानी D कंपनी के साथ नवाब मलिक के संबंधों की ख़बरें तो अक्सर राजनीति के गलियारों में उड़ती रहती थी। लेकिन मलिक के खिलाफ कार्रवाई पहली बार हुई है। मलिक पर आरोप है कि दाऊद की जितनी भी बेनामी संपत्तियां मुंबई में थी, वो नवाब मलिक ने खरीद ली। इस खरीद के लिए पैसा भी उनके पास कहां से आया, इसकी जांच भी हो रही है। दरअसल मलिक के इन संपत्तियों को खरीदने की वजह से ये संपत्तियां सरकार के कब्जे में जाने से बच गई। इसके बाद ही नवाब मलिक अचानक से महाराष्ट्र की राजनीति के महत्वपूर्ण व्यक्ति बन गए। महाराष्ट्र की अघाड़ी सरकार में नवाब मलिक अल्पसंख्यक, उद्यम और कौशल विकास के कैबिनेट मंत्री है। वो राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के मुख्य राष्ट्रीय प्रवक्ता की जिम्मेदारी भी निभाते हैं।
मुंबई बम ब्लास्ट के बाद आई संपत्ति
नवाब मलिक की राजनैतिक हैसियत1993 में मुंबई में हुए बम ब्लॉस्ट के बाद अचानक से बढ़ गई। इसके साथ ही उनकी वित्तीय परिस्थिति भी अचानक बदल गई। जहां पहले उन्होंने अपना अख़बार भी पैसे की कमी के कारण बंद कर दिया था। लेकिन बम ब्लॉस्ट के बाद उन्होंने कभी मुड़कर नहीं देखा। सवाल यहीं उठता रहा है कि एक कबाड़ी कैसे इतनी अकूत संपत्ति का मालिक बन गया। वो भी 1993 के ब्लॉस्ट के बाद। इन ब्लॉस्ट में 250 लोग मारे गए थे। ब्लॉस्ट दाऊद इब्राहिम ने कराए थे। जोकि मुंबई का कुख्यात गुंडा था। ब्लॉस्ट के बाद दाऊद इब्राहिम मुंबई से भागकर दुबई चला गया था। लेकिन उसके धंधे यहां चलते रहे थे। उसी की जांच अब ईडी कर रही है।
उत्तर प्रदेश के बलरामपुर का है मलिक का परिवार
नवाब मलिक बेशक मुंबई और महाराष्ट्र में रच बस गए हों, लेकिन मूल रूप से वो उत्तर प्रदेश के बलरामपुर जिले से संबंधित हैं।नवाब मलिक के परिवार के पास मुंबई में एक होटल था और परिवार के अन्य सदस्य कबाड़ी के काम में लगे थे। मलिक ने खुद ही कहा था कि “हां, मैं कबाड़ीवाला हूं। मेरे पिता मुंबई में कपड़े और कबाड़ का कारोबार करते थे। विधायक बनने तक मैंने भी कबाड़ का काम किया। हालांकि कबाड़ का काम करते करते इतनी अकूत संपत्ति नवाब मलिक के पास कहां से आई ये सवाल अक्सर उठते रहे हैं।