Nawab Malik arrested: पांच बार से विधानसभा जीतने वाले और एनसीपी महाराष्ट्र के अध्यक्ष नवाब मलिक को ईडी द्वारा गिरफ्तार किए जाने के बाद महाराष्ट्र की राजनीति में उथल पुथल होना तय है। जिस तरह सुबह 7 बजे नवाब मलिक को ईडी से पूछताछ के लिए लाया गया है। उससे साफ है कि ईडी की कार्रवाई सख्त होने जा रही है। साथ ही इसे सीधे सीधे शरद पवार पर केंद्रीय जांच एजेंसियों की कार्रवाई बताया जा रहा है। इस कार्रवाई से अगले कुछ दिनों में महाराष्ट्र की राजनीति में कुछ बड़ा होने की आशंका जताई जाने लगी है। दरअसल नवाब मलिक का संबंध लंबे समय से दाउद के साथ बताया जाता रहा है। दाऊद इब्राहिम की कई प्रॉपर्टी नवाब मलिक के साथ संबंधित बताई जाती रही हैं। साथ ही मुंबई में प्रापर्टियों के खरीद फरोख्त में भी नवाब मलिक का कनेक्शन बताया जाता है।
बीजेपी के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडनवीस ने भी यही आरोप नवाब मलिक पर लगाए थे और इस बाबत केंद्रीय एजेंसियों को शिकायत भी की थी। उसी शिकायत के आधार पर नवाब मलिक के खिलाफ ईडी जांच कर रही थी। इसमें ही अब ईडी ने नवाब मलिक को गिरफ्तार कर लिया है। ED ने 15 फरवरी को ही नवाब मलिक के ठिकानों पर रेड की थी। जिसमें दाऊद इब्राहिम की मुंबई की प्रॉपर्टी और हवाला के लेन देन के कई सबुत ईडी को मिले थे। इसी आधार पर आज सुबह नवाब मलिक को पूछताछ के लिए ईडी के मुंबई स्थिति बलार्ड ईस्ट दफ्तर में लाया गया था।
महाराष्ट्र अघाड़ी सरकार परेशान
महाराष्ट्र में इस समय शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस मिलकर सरकार चला रही हैं। 2019 में हुए चुनावों में बीजेपी और शिवसेना ने मिलकर चुनाव लड़ा था। चुनावों में बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी बनी थी। लेकिन शिवसेना ने मुख्यमंत्री पद की खातिर कांग्रेस और शरद पवार से हाथ मिलाकर सरकार बना ली थी। लेकिन अब एकबार फिर महाराष्ट्र में राजनैतिक उथल पुथल मचना तय है।
महाराष्ट्र के दूसरे मंत्री हुए गिरफ्तार
इससे पहले महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख भी गिरफ्तार हो चुके हैं। उनपर भी 100 करोड़ रुपये रिश्वत और मनी लाउंड्रिंग मामले में गिरफ्तार किया गया था। अनिल देशमुख के नजदीकी पुलिस अधिकारी सचिन वझे ने रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी के घर के बाहर विस्फोटक रखे थे, बाद में वो गिरफ्तार हुए थे और उसी के बाद पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख भी गिरफ्तार हुए थे।