Indian student in Sumi: रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध का आज 13वें दिन रूस और यूक्रेन लोगों को निकालने के लिए कॉरिडोर बनाने पर सहमत तो हो गए हैं, लेकिन दोनों देशों के बीच रास्ते को लेकर अभी भी तनानती बरकरार है। लिहाजा इस ह्यूमन कॉरिडोर से भारतीय स्टूडेंट निकल पाएंगे, इसपर संश्य के बादल मंडरा रहे हैं। हालांकि भारत सरकार लगातार दोनों देशों से बात कर रही है ताकि सुमी में फंसे भारतीय छात्रों को निकाला जा सके।
खुलेगा ह्यूमन कॉरिडोर
रूस के संयुक्त राष्ट्र के राजदूत वसीली नेबेंजिया ने कहा कि रूस मंगलवार सुबह 10 बजे (मास्को समय) पर संघर्ष विराम करेगा और कीव, चेर्निगोव, सुमी और मारियुपोल से नागरिकों को निकालने के लिए ह्यूमन कॉरिडोर खोलेगा। भारतीय छात्र इस समय सुमी में फंसे हुए हैं, ऐसे में ये कॉरिडोर उन्हें वहां से निकालने में मदद कर सकता है।
वसीली नेबेंजिया ने कहा, “इस प्रस्ताव में नागरिकों को आवश्यक रूप से रूस, रूसी क्षेत्र में भेजे जाने के बारे में कोई मांग नहीं है,” सोमवार को वार्ता के दौरान, रूसियों ने पश्चिमी यूक्रेन के शांतिपूर्ण क्षेत्रों के बजाय रूस और उसके सहयोगी बेलारूस की ओर जाने वाले रास्तों को खोलने का प्रस्ताव रखा था। इससे भारतीय छात्रों के सुमी से निकालने जाने की संभावना बढ़ गई है।