Deoband Madrasa: देवबंद मदरसे और हिंदुओं पर हमला करने वाले बांग्लादेशियों में क्या है संबंध?

Deoband Madrasa: जिस बांग्लादेश में हिंदुओं की हत्याएं हो रही हैं और जहां लगातार मंदिरों पर हमले हो रहे हैं, उस बांग्लादेश को कट्टरपंथी विचार भारत के दारूल उलूम मदरसे देवबंद से ही जा रहा है। देवबंद मदरसें में बड़ी संख्या में बांग्लादेशी और रोहिंग्या मौलवी बनकर वापस बांग्लादेश की मस्जिदों में जा रहे हैं और इन्हीं मस्जिदों से भीड़ को उकसाकर हिंदुओं और मंदिरों पर हमले हो रहे हैं। उत्तर प्रदेश पुलिस फर्जी दस्तावेजों के आधार पर यहां रह रहे कई बांग्लादेशियों को पहले भी गिरफ्तार कर चुकी है।
बांग्लादेश में जमात उल मुजाहिद्दीन जैसे खतरनाक आतंकी संगठन में भारत के देवबंद से पढ़कर गए छात्र शामिल हो रहे हैं। बोगरा में बांग्लादेश पुलिस ने प्रतिबंधित जमात उल मुजाहिद्दीन के चार लोगों को पकड़ा था, इनमें से एक आतंकी देवबंद मदरसे से पढ़कर इस आतंकी संगठन में शामिल हुआ था। UNHRC में लंबे समय तक काम कर चुके एडवोकेट पंकज सिंह के मुताबिक दारूल उलूम की गतिविधियों को लेकर मैं खुद गृह मंत्रालय को लिख चुका हूं। यहां बड़ी संख्या में बांग्लादेशी लड़के 10वीं की पढ़ाई के बाद मौलवी बनने के लिए आते हैं और वापस जाकर कट्टरपंथी जमाते तैयार करते हैं, यहीं जमाते वहां हिंदुओं पर भी हमला कर रही हैं।
अफगानिस्तान के खतरनाक आतंकी संगठन तालिबान भी देवबंद मदरसे से ही प्रभावित है। खुद उत्तर प्रदेश प्रशासन और सुरक्षा एजेंसियां भी इस बात से वाकिफ है, लिहाजा देवबंद मदरसे पर पुलिस का दबाव भी बढ़ रहा है। हाल ही में इस मदरसे के हॉस्टल पर उत्तरप्रदेश एसटीएफ ने छापा भी मारा था और वहां से कुछ संदिग्ध लोगों को पकड़ा था। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी खुद इस मदरसे की गतिविधियों को देखते हुए यहां एक एसटीएफ ट्रेनिंग सेंटर खोलने की बात कर चुके हैं।
आतंकी घटनाओं में देवबंद मदरसे की भूमिका?
1991 में लक्ष्मी सिनेमा में बम फटा था, जिसमें आठ से दस लोग मारे गए थे। उस समय घटना में जिन आतंकियों का हाथ बताया गया था, वो देवबंद मदरसे से संबंधित बताए गए थे।
-1994 में जैश ए मोहम्द के आतंकी मसूद अजहर को छुड़ाने के लिए तीन ब्रिटिश नागरिकों को बंधक बनाया गया था और आतंकियों ने सहारनपुर के खाताखेड़ी में इन्हें रखा था। इन्हें छुड़ाने के लिए गए इंस्पेक्टर ध्रुवलाल यादव सहित दो पुलिसकर्मियों की हत्या आतंकियों ने कर दी थी, ये आतंकी भी देवबंद मदरसे से संबंधित थे।
-किफायतउल्लाह उर्फ जाफर अहमद उर्फ अताउर्रहमान उर्फ अल उल्लाह सहारनपुर के सरसावा क्षेत्र का रहने वाला था। जोकि बाद में जम्मू कश्मीर के आतंकी संगठन हूजी का चीफ बना।
-2001 में आतंकी गतिविधियों में शामिल होने के चलते मुफ्ती इसरार को एक मदरसे से पुलिस ने गिरफ्तार किया था।
-2005 में अयोध्या में हुए बम कांड में तीतरो के डाक्टर इरफान को गिरफ्तार किया गया था।
-सितंबर 2015 में दिल्ली पुलिस की स्पेशल टीम
ने सहारनपुर रेलवे स्टेशन से हिजबुल मुजाहिदीन के आतंकी एजाज शेख को पकड़ा था। ये आतंकी भी देवबंद आता जाता रहता था।
-22 फरवरी 2019 को ATS और उत्तर प्रदेश पुलिस ने देवबंद से जैश ए मोहम्मद के आतंकी शाहनवाज और आकिब अहमद को गिरफ्तार किया था।

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