Arvind Kejriwal: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Delhi CM Arvind Kejriwal) दिल्ली में मौलवियों को लगभग 32 करोड़ रुपये बांट चुके हैं। ख़ास बात ये है दिल्ली की जनता का दिया हुआ ये टैक्स एक धर्म के प्रचार प्रसार में लगाया जा रहा है, जबकि हिंदू धर्म को लेकर केजरीवाल चुनावों को छोड़कर लगातार नकारात्मक बातें करते हैं।
दरअसल दिल्ली में अरविंद केजरीवाल तुष्टीकरण के प्रबल समर्थक हैं, वो दिल्ली सरकार की कमाई को बहुत हद तक मुस्लिमों (Mulsims) पर खर्च कर रही हैं। बड़ी बात ये है कि दिल्ली सरकार मुस्लिम धर्म के प्रचार के लिए मौलवियों को बड़ी रकम दे रही है। हर साल कई करोड़ रुपये मौलवियों को दिए जाते हैं। 2014 से अभी तक दिल्ली सरकार मौलवियों को 32 करोड़ रुपये बांटे हैं। दूसरी ओर केजरीवाल सरकार दिल्ली में रोहिंग्याओं को बिजली, पानी और अन्य सुविधाएं भी दे रही हैं।
जहां एक ओर अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली दिल्ली सरकार लगातार मुस्लिमों सुविधाएं दे रही हैं, वहीं केजरीवाल खुद हिंदुओं के खिलाफ लगातार बयान देते रहे हैं। लंबे समय से फिल्म देखने के लिए बढ़ावा देने वाले केजरीवाल ने तथ्यों पर आधारित फिल्म कश्मीर फाइल्स का भरी विधानसभा में मज़ाक उड़ा दिया था। अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली विधानसभा में कश्मीरी पंडितों (Kashmiri pandits) के नरसंहार को झुठा बोल दिया। केजरीवाल ने इससे पहले सर्जिकल स्ट्राइक पर भी सवाल खड़े किए थे।
इसको लेकर मेजर (रि.) सुरेंद्र पुनिया ने लिखा है कि केजरीवाल ने मूवी टैक्स फ्री नहीं की, कोई बात नहीं, लेकिन जनता के टैक्स का पैसा वो मौलवियों को क्यों बांट रहे हैं? अभी तक इस आदमी ने मौलवियों को 32 करोड़ रुपये बांटे हैं। फिर ये पुजारियों, ग्रंथियों और पादरियों को क्यों नहीं देता।