Alt News’ Lying for funds: नाम की वेबसाइट कंपनियों से ख़ासा पैसा ले रही है, लेकिन पब्लिक प्लेटफार्म पर वो आम पब्लिक से झुठ बोलकर भी पैसा मांग रही है। दरअसल हाल ही में Alt News के संस्थापक प्रतीक सिन्हा ने लोगों से उनके खातों में पैसा डालने की अपील की थी। उन्होंने लिखा था कि वो हर महीने अपने खर्चों के टारगेट से काफी पीछे चल रहे हैं। हालांकि जब बेलेंस शीट खंगाली गई तो पाया गया कि पिछले दो सालों में उन्हें अरुंधती राय के जिंदाबाद ट्रस्ट, IPSMF और कई अन्य जगहों से भारी मात्रा में ग्रांट मिली है।
सोशल मीडिया पर इंवेस्टिगेशन रिपोर्ट करने वाले विजय पटेल ने www.theekhabar.com को बताया कि प्रतीक सिन्हा और जुबैर बोल रहे हैं कि उन्हें तीन सालों के लिए ही फंड मिला था। लेकिन ये तीन साल के दौरान उनसने कभी नहीं बताया कि कॉरपोरेट फंडिंग भी मिलती है। उन्होंने जनता को झुठ बोलकर फंड जुटाया।
Alt News के दोनों फाउंडर लगातार पब्लिक से फंड मांग रहे थे। लोगों ने इन दोनों को फंड दिया भी, लेकिन पिछले तीन सालों से इन्होंने कभी ये नहीं बताया कि इनको इंफोसिस से भी फंड मिल रहा है, बाकी कॉरपोरेट भी फंड कर रहे हैं। हालत ये है कि जो फंड ये पब्लिक से ले रहे हैं, उसका तो इस्तेमाल भी नहीं हो रहा है।