Delhi Govt Schools: दिल्ली में अरविंद केजरीवाल सरकार के शिक्षा मॉडल का भंडा फोड हो गया है। दिल्ली के जिस वर्ल्ड क्लास स्कूल की बात केजरीवाल और दिल्ली के शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया करते हैं, वो दरअसल कुछ ही स्कूलों तक सीमित हैं, जोकि दिल्ली सरकार के प्रोपोगंडा में दिखाए जाते हैं।
दिल्ली के सांसदों ने जब दिल्ली सरकार के स्कूलों के की विडियो बनाकर सोशल मीडिया पर शेयर की, तो वहीं राष्ट्रीय बाल संरक्षण आयोग ने भी दिल्ली सरकार के अधिकांश स्कूलों में प्रिंसिपल के नहीं होने पर केजरीवाल सरकार को लताड़ लगाई है।
दक्षिणी दिल्ली के सांसद रमेश बिधुड़ी ने इस गर्मी में पोर्टा केबिन में चल रहे स्कूल का विडियो शेयर किया है। जिसमें दो बच्चों के डेस्क पर तीन तीन बच्चे बैठकर पढ़ाई कर रहे हैं। कुछ क्लास में तो बच्चे ज़मीन पर बैठे हुए हैं और स्कूलों का ढांचा बहुत ही खराब स्थिति में हैं। बकौल बिधुड़ी दिल्ली सरकार के अधिकांश स्कूलों की स्थिति ये ही है। उधर दूसरी ओर दिल्ली के सरकारी स्कूलों में प्रिसिंपल की भारी कमी है। एनसीपीसीआर के मुताबिक दिल्ली के 1027 स्कूलों मे से सिर्फ 203 स्कूलों में ही प्रिंसिपल हैं, बाकी स्कूलों में तो प्रिंसिपल ही नहीं हैं। इससे दिल्ली के सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों की पढ़ाई पर खराब असर पड़ रहा है। इसको देखते हुए एनसीपीसीआर ने दिल्ली सरकार से जवाब मांगा है।