LRO letter to NCPCR: शाहीन बाग में जिस तरह से बच्चों और औरतों का इस्तेमाल धरने प्रदर्शन में किया गया था, उसी तरह जहांगीरपुरी में शोभायात्रा पर अटैक में मदरसे से बच्चों को भेजा गया था, साथ ही औरतों को भी पथराव में लगाया गया था। जानकारी के मुताबिक मदरसें से बच्चे शोभायात्रा पर पथराव के लिए जुटाए गए थे। इसको लेकर लीगल राइट ऑब्जर्वेटरी (LRO) ने NCPCR को शिकायत दर्ज कराई है, ताकि इस बारे में जांच की जा सके, कि बच्चों ने किसके उकसावे में आकर शोभायात्रा पर पथराव किया। इसका संज्ञान लेकर एनसीपीसीआर ने दिल्ली पुलिस कमीशनर को एक चिट्ठी लिखकर मामले की जांच कर कार्रवाई करने के लिए कहा है। साथ ही मामले पर अगले 7 दिनों में एक्शन टेकन रिपोर्ट भी प्रस्तुत करने के लिए कहा है।
दरअसल देश में मदरसों के बच्चों को पहले भी राजनैतिक तौर पर इस्तेमाल किया जाता रहा है। इससे पहले शाहीन बाग में सीएए के विरोध में चल रहे धरने प्रदर्शन में भी मदरसों के बच्चों ने हिस्सा लिया था। दरिया गंज के इलाके में हुई हिंसा में भी मदरसे के बच्चे ही पाए गए थे। ख़ास बात ये है कि वहां मदरसे के बच्चे भी बांग्लादेशी कैंप से संबंधित थे।