Children Conversion: अगर आपके आसपास किसी बच्चे के धर्म बदलने (Religious conversion of kids) की कोई कोशिश हो रही है, तो इसकी जानकारी तुरंत NCPCR को दें। बच्चों को पढ़ाई, खाना या पैसा देने के नाम पर या फिर अस्पताल में इलाज के नाम पर देश में बच्चों का धर्म बदलने की कोशिश की ख़बरें लगातार आ रही है। ऐसे में राष्ट्रीय बाल संरक्षण आयोग ने इस तरह के मामलों में कड़ी कार्रवाई शुरु की है।
NCPCR ने सोशल मीडिया और बाकी जगह संदेश दिया है कि, भारत के संविधान एवं UNCRC के अनुसार बच्चों की पहचान उनका मूल अधिकार है, इसलिए वंचित बच्चों की धार्मिक पहचान बदलना एक अपराध है। धोखे से धर्मांतरण करने अपराधियों को सज़ा दिलवाना NCPCR का काम है। ऐसे मामलों की शिकायत एनसीपीसीआर चेयरमैन प्रियंक कानूनगो को सीधे करें।
दरअसल देश में बड़ी संख्या में धर्मांतरण स्कूलों और चिल्ड्रन होम में होता है। वहां बच्चों को शिक्षा के साथ साथ उनको धोखे से धर्म परिवर्तन करा दिया जाता है। तमिलनाडू के तंजावुर में इसी तरह के मामले में एक बच्ची ने आत्महत्या तक कर ली थी। इसी तरह इस तरह के कई मामलों में कुछ चिल्ड्रन होम पर तो पुलिस एफआईआर तक कराई गई है।