Gyanvapi Campus: ज्ञानवापी सर्वे केस में क़रीब 70 पेज की रिपोर्ट स्पेशल कोर्ट कमिश्नर विशाल सिंह, सहायक कोर्ट कमिश्नर अजय प्रताप सिंह ने जज रवि कुमार दिवाकर की कोर्ट में सीलबंद लिफ़ाफ़े में जमा की। सूत्रों से इस रिपोर्ट में शिवलिंग और अन्य धार्मिक प्रतीक मिलने का ज़िक्र किया गया है।
उधर दूसरी ओर, ज्ञानवापी परिसर मामले (Gyanvapi Campus Case) में आज सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) में भी सुनवाई होने जा रही है। इससे पहले 17 मई को भी इस मामले में सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई चली थी। अंजुमन इंतेजामिया मस्जिद ने इस मुद्दे को लेकर याचिका दायर की थी, जिसमें वाराणसी की के फैसले को चुनौती दी थी। वाराणसी की कोर्ट ने ज्ञानवापी परिसर की वीडियोग्राफिक सर्वे का आदेश दिया था।
गुरुवार कोर्ट की तरफ से नियुक्त किए गए स्पेशल असिस्टेंट कमिश्नर अजय प्रताप सिंह ने सर्वेक्षण की रिपोर्ट को वाराणसी की अदालत में सीलबंद लिफाफे में प्रस्तुत की है। माना जा रहा है कि रिपोर्ट में ज्ञानवापी परिसर में मस्जिद के भीतर धार्मिक प्रतीकों के सबूतों का जिक्र किया गया है।
हिंदू पक्ष का प्रतिनिधित्व करने वाले एडवोकेट विष्णु जैन ने सुनवाई से पहले कहा कि हमने फिलहाल कोई हलफनामा दायर नहीं किया है। मामले को सुप्रीम कोर्ट ने आज सुनवाई के लिए रखा हुआ था। इसमें मामले में अतिरिक्त गतिविधियां हुई हैं, कई अतिरिक्त दस्तावेज हैं, जिन्हें कोर्ट के रिकार्ड पर लाना है। इसके लिए हम कोर्ट से मोहलत मांगेगे।
उन्होंने बताया कि हमने वहां (वाराणसी कोर्ट) में भी कुछ समय मांगा है, क्योंकि मामला सुप्रीम कोर्ट के सामने है और हमें हर दस्तावेज को रिकार्ड पर लाने की जरूरत है। जहां तक वजू खाने के नीचे की दीवार गिराने की अर्जी लगाने का सवाल है, तो इसमें हमें कुछ समय लगेगा। मुझे लगता है कि मुस्लिम पक्ष भी हमारे आवेदन पर अपनी कुछ आपत्तियां दर्ज कराने के लिए कुछ समय मांगेगा।