Coal supply for Power: इस साल बिजली की समस्या (Power Genration) बनी रह सकती है, क्योंकि कोयले से चलने वाले पावर प्लांट्स (Power Plants) के लिए कोयला सप्लाई (Coal Supply) कुल मांग से कम ही रहेगी, लिहाजा कोयले से चलने वाले थर्मल पावर प्लांट्स के लिए ये साल भी मुश्किलों वाला ही रहेगा। हालांकि कोयला मंत्रालय (Coal Ministry) के मुताबिक अगले साल तक कोयले की सप्लाई बेहतर होगी, इससे अगले साल तक बिजली की मांग और सप्लाई में एक बैलेंस आ जाएगा।
केंद्र ने अनुमान लगाया है कि चालू वित्त वर्ष में कोयले की कुल मांग घरेलू आपूर्ति से अधिक हो जाएगी। जबकि वित्त वर्ष 23 में कोयले की कुल मांग 974 मिलियन टन (एमटी) कोयले की होने की उम्मीद है, कोयला मंत्रालय मुताबिक इस साल घरेलू आपूर्ति 1,029 मीट्रिक टन होने का अनुमान है।
कुल मांग में, बिजली क्षेत्र के लिए 735 मीट्रिक टन और बाकी 294 मीट्रिक टन गैर-बिजली क्षेत्र के लिए होने का अनुमान है। “बिजली की पीक डिमांड को पूरा करने के लिए, यह अनिवार्य हो गया है, कि बिजली में योगदान करने वाले कई क्षेत्रों के प्रदर्शन को ट्रैक किया जाए।